भारत में जहां 2008 में मुम्बई हमले के दौरान गिरफ्तार एकमात्र जिंदा आतंकवादी अजमल आमिर कसाब को बुधवार को फांसी दे दी गई वहीं संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने दुनिया भर के देशों से मृत्युदंड पर रोक लगाने को कहा है.
उनके प्रवक्ता ने बुधवार को कहा कि मृत्युदंड को स्थगित किए जाने के समर्थन में मून ने महासभा समिति के रिकार्ड मतदान का स्वागत किया है. भारत, अमेरिका और चीन समेत 39 राष्ट्रों ने सोमवार को महासभा की तीसरी समिति के इस प्रस्ताव का विरोध किया है जो सामाजिक, मानवीय और मानवाधिकार के मसले पर नजर रखती है.
गैर बाध्यकारी मसौदे पर 110 राष्ट्रों ने समर्थन में मत दिया जबकि 36 राष्ट्र इससे अनुपस्थित रहे. प्रवक्ता ने कहा, 'सोमवार को हुए मतदान ने उन राष्ट्रों को दोबारा प्रोत्साहित करने का मौका प्रदान किया है जहां अभी भी मृत्युदंड का प्रावधान है तथा किसी अभियोग के लिए इसे कानून में जगह दी गई है.'
उन्होंने कहा, 'महासचिव ने सदस्य राष्ट्रों को विश्व भर में चल रहे प्रचलन को अपनाने और अगले महीने मृत्यु दंड पर प्रतिबंध लगाने के महासभा के प्रस्ताव का साथ देने की मांग की.' प्रवक्ता ने कहा, 'महासचिव ने जुलाई में न्यूयार्क में मृत्यु दंड के एक बड़े मामले में हुई प्रगति का समर्थन किया है.' मून के मुताबिक कानून के समर्थन से एक व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्ति की जान लेना निरंकुशता है.