अडानी समूह को लेकर अमेरिकी अखबार ने सनसीखेज रिपोर्ट प्रकाशित की है. द वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी न्याय विभाग यह जांच कर रहा है कि क्या अडानी समूह ने अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हुए ईरान से पेट्रोकेमिकल उत्पाद को भारत में आयात कर रही है?
इन आरोपों पर अडानी एंटरप्राइजेज को सीधे तौर से खारिज कर दिया है. अडानी एंटरप्राइजेज ने कहा है कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि अमेरिकी न्याय विभाग की ओर से कोई ऐसी जांच की जा रही है, सभी नियमों का पालन किया जा रहा और किसी भी प्रकार के प्रतिबंधों का उल्लंघन नहीं किया गया.
अडानी एंटरप्राइजेज ने कहा कि हम जिन अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से LPG खरीदते हैं, उनके साथ स्पष्ट रूप से कॉन्ट्रैक्ट होता है कि माल किसी प्रतिबंधित देश से नहीं होना चाहिए.
क्या है रिपोर्ट में दावा?
द वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में बताया गया है कि विशेष रूप से LPG टैंकर मुद्रा पोर्ट और पर्शियन गल्फ (फारस की खाड़ी) के बीच आवाजाही कर रहे थे.
रिपोर्ट में बताया गया है कि मुद्रा पोर्ट और पर्शियन गल्फ के बीच जहाजों की गतिविधियां वैसी ही थीं जैसी अमेरिकी प्रतिबंधों से बचने वाले जहाजों में होती हैं. जैसे सेंसर को ऑफ करके चलना, जिससे कोई ट्रैक न कर सके. अमेरिकी न्याय विभाग इन टैंकरों की जांच कर रहा है, जिनका उपयोग कथित तौर पर अडानी एंटरप्राइजेज द्वारा माल भेजने में किया गया.
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अंतरराष्ट्रीय दबाव में व्यापार
हाल में ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि कोई भी देश अगर ईरान से पेट्रोकेमिकल उत्पादों की खरीद करता है तो उसपर सेकेंडरी सैंक्शन (एक प्रकार का आर्थिक प्रतिबंध) लगाए जा सकते हैं.
बता दें कि अमेरिका की ओर से रिपोर्ट को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. हालांकि, ये रिपोर्ट अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक संबंधों पर असर डाल सकता है.