प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी कनाडा के दौर से स्वदेश लौटे भी नहीं थे कि वहां भारत-कनाडा के यूरेनियम समझौते को लेकर विरोध के स्वर उठने लगे.
कनाडा की ग्रीन पार्टी ने भारत के साथ लाखों डॉलर के यूरेनियम सौदे को लेकर गंभीर चिंता जताई और कहा कि समझौता परमाणु अप्रसार संधि का सीधा उल्लंघन है. ग्रीन पार्टी ऑफ कनाडा की नेता एलिजाबेथ मे ने कहा, 'परमाणु सामग्रियों के क्षेत्र में भारत के साथ कनाडा का व्यापार परमाणु संधि का सीधा उल्लंघन है, फिर भी हमने 2013 में भारत के साथ उपकरणों और विखंडन योग्य सामग्री का व्यापार शुरू किया था.
परमाणु अप्रसार संधि अंतरराष्ट्रीय समझौता है जिसका उद्देश्य परमाणु शस्त्रों का प्रसार रोकना है. एलिजाबेथ ने कहा, 'भारत ने परमाणु मुक्त दुनिया के लिए एक व्यापक योजना को अमल में लाने की इच्छा जताई है और स्वेच्छा से पहले इस्तेमाल नहीं की नीति अपनाई है. मैं कनाडाई प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर से मांग करती हू कि एनपीटी के उल्लंघन को बढ़ावा मिलने से रोकें.'
-इनपुट भाषा से