कोरोना संकट की वजह से लोगों के जीवन में कई तरह के बदलाव आए. लॉकडाउन ने भी लोगों की जीवनशैली बदली है. इसी दौरान ब्रिटेन की एक महिला जो कि मोटापे का शिकार थी, वजन कम करने के लिए डाइट कोक और पेट साफ करने की दवा (Laxatives) लेने की आदी हो गई. अपने वजन को नियंत्रित करने के लिए महिला ने जुनूनी कोशिश की. नतीजन हालात इतने बिगड़ गए कि उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. लेकिन लॉकडाउन ने उसकी जान बचा ली. आइए जानते हैं कैसे..
फोटो- नताली ब्रैडली (Natalie Bradley)
दरअसल, ब्रिटेन के मैनचेस्टर की रहने वाली 32 वर्षीय नताली ब्रैडली (Natalie Bradley) कहती हैं कि बीमारी से अत्यधिक मोटे होने के बाद वह डाइट कोक की आदी हो गई थी लेकिन लॉकडाउन ने उसकी जान बचा ली.
(फोटो क्रेडिट- Getty Images)
नताली ने बताया कि न जाने कितने हफ्ते बीत गए जब वह केवल एक ही चीज खाती व पीती थी. वह सिर्फ डाइट कोक लेती, दिन में दो बार जिम जाती और पेट साफ करने की दवा की आदी हो गई थी.
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इस बीच उसकी हृदय गति सामान्य स्तर से गिरने लगी. नताली अक्सर बेहोश हो जाती थी और जमीन पर गिर जाती थी. डॉक्टर ने उसे यहां तक चेतावनी दी थी कि वह जिम में खुद को जरूरत से ज्यादा मेहनत से बचाएं.
नताली ब्रैडली (Natalie Bradley)
हालांकि, नताली नहीं मानी वह वजन कम करना चाहती थी क्योंकि मोटे होने के कारण उसे सभी स्वास्थ्य जटिलताओं का सामना करना पड़ रहा था. वह बैसाखी पर थी, उसे प्रीडायबिटीज, स्लीप एपनिया और बैक बोन में दिक्कत थी. पीठ दर्द के लिए वह मॉर्फिन ले रही थी.
फोटो- नताली ब्रैडली (Natalie Bradley)
इस बीच लॉकडाउन लग गया और नताली ने अपने डाइट में बदलाव करने की ठानी क्योंकि मार्केट बंद थी. उसने हेल्दी फूड, व्यायाम करने की शुरुआत की. लेकिन देखते ही दखते वो इसकी जुनूनी हो गई. पहले तो उसे वजन कम करना अच्छा लगा, बाद में और अधिक वजन कम करना उससे भी ज्यादा अच्छा लगा. नताली के कपड़ों का साइज 22 और 24 से लेकर 4 और 6 तक चल गया.
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नताली को पहली बार सिर्फ 16 साल की उम्र में एक मनोरोग अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मानसिक स्वास्थ्य और अपने वजन से जूझते हुए, उसने अगले 10 साल अस्पताल में और बाहर बिताए. फरवरी 2020 में जब उसे वापस अस्पताल में ले जाया गया तो वहां उसने दो सप्ताह बिताए. वह वहां खाना नहीं खा रही थी, और जिंदगी खत्म करने की गुहार लगाने लगी. इस बीच मार्च हिट में लॉकडाउन हुआ और नताली के लिए सब कुछ बदल गया.
फोटो- नताली ब्रैडली (Natalie Bradley)
अचानक नताली जिम नहीं जा सकी. वह अब पेट साफ करने की दवा खरीदने के लिए दुकानों पर नहीं जा सकती थी. वह अपने वजन को उस तरह से नियंत्रित नहीं कर सकती थी जिस तरह से वह करती थी. उसके पास खुद को समझाने के अलावा कोई चारा नहीं था. इस तरह वह बेतहाशा जिम करने की लत और दवा से मुक्ति पा गई.
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अब, नताली का स्वस्थ वजन है और पूरी तरह स्वस्थ जीवन बिता थी है. बकौल नताली सबसे पहले उसे स्वस्थ खाने की आदतों को विकसित करना मुश्किल लगा. वह केवल कुछ खाद्य पदार्थ जैसे जेली, फल, चॉकलेट और मिठाई खाती थी. लॉकडाउन के बीच यह विशेष रूप से कठिन था, क्योंकि लोग घबराए हुए थे. मैंने कभी नहीं सोचा था कि महामारी मुझे बचाएगी. इस काम में एक संस्था ने उसकी मदद की थी. हालांकि नताली अभी भी खराब मानसिक स्वास्थ्य से पीड़ित है.
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