तालिबान-अमेरिका की इस डील पर भारत ने बेहद सधी हुई प्रतिक्रिया ही दी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, हमने देखा है कि अफगानिस्तान में सरकार, लोकतांत्रिक दल, सिविल सोसायटी समेत समूचे राजनीतिक समुदाय ने इस समझौते से आने वाली शांति और स्थिरता की उम्मीदों और मौकों का स्वागत किया है. विदेश मंत्रालय के इस बयान में ना तो शांति समझौते का स्वागत किया गया और ना ही तालिबान का सीधे तौर पर जिक्र किया गया.