भारतीय सरहद समेत दुनिया भर में चीन के आक्रामक रुख को लेकर अमेरिका ने एक बार फिर आगाह किया है. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने रविवार को कहा कि चीन अपने फायदे के लिए चालें चल रहा है और पूरे इलाके के लिए खतरा पैदा कर रहा है, जैसे अभी वो भारत से लगी सीमा पर कर रहा है.
फॉक्स न्यूज के इंटरव्यू में अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पियो से भारत-चीन सीमा और दक्षिण चीन सागर में चीन के आक्रामक रवैये को लेकर सवाल किया गया था. पोम्पियो ने कहा, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी बहुत लंबे समय से इस मिशन पर है और इसके लिए कोशिशें कर रही है. वे अपने फायदे के लिए तमाम चालों का इस्तेमाल करेंगे. जिन दो समस्याओं की बात की जा रही है, ये वो खतरे हैं जो चीन की तरफ से लंबे वक्त से बने हुए हैं. भारतीय सीमा पर दिख रहे खतरे के पीछे भी चीन लंबे वक्त से है.
पोम्पियो ने कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के संदर्भ में चीन की सेना का आगे बढ़ना असली खतरा है. अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, "जनरल शी जिनपिंग अपनी सैन्य क्षमता मजबूत करने का इरादा रखते हैं. हमारा रक्षा मंत्रालय इस खतरे को समझने के लिए हर जरूरी कार्रवाई कर रहा है. मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अगुवाई में, रक्षा मंत्रालय, सेना और हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था हमें ऐसी स्थिति में रखेगी जहां हम अमेरिकी लोगों की सुरक्षा कर सकें और भारत, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, जापान, ब्राजील और यूरोप के अपने सहयोगियों के अच्छे पार्टनर साबित हों.
उन्होंने कहा, हम इन देशों के अच्छे पार्टनर बन सकते हैं और ये सुनिश्चित कर सकते हैं कि अगली सदी पश्चिमी मॉडल पर हो जिसमें अमेरिकियों को हासिल स्वतंत्रता सभी को मिले."
चीन के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पोम्पियो ने कहा, "कांग्रेस में 60 से ज्यादा बिल है जो चीन के खिलाफ हैं. इनमें से ज्यादातर को दोनों पार्टियों का समर्थन है. मुझे नहीं पता कि इनमें से कौन-कौन से बिल राष्ट्रपति तक पहुंचेंगे. हालांकि, पिछले सप्ताह राष्ट्रपति के पास चीन के वीगर मुसलमानों के संबंध में एक बिल था."
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, मैं कांग्रेस के सदस्यों को इस संबंध में स्टडी जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करूंगा. अमेरिकी लोगों को सुरक्षित रखने और चीन कम्युनिस्ट पार्टी को आगे बढ़ने से रोकने के लिए मैं प्रशासन को जरूरी कदम उठाने में मदद करूंगा. मुझे पता है कि दोनों पार्टी के सदस्य सर्वसम्मति से ऐसा करेंगे.
पोम्पियो ने कहा कि 2020 की चीन कम्युनिस्ट पार्टी 10 साल पहले की कम्युनिस्ट पार्टी से बिल्कुल अलग है. उन्होंने कहा, ये ऐसी पार्टी है जो पश्चिमी विचारों, पश्चिमी लोकतंत्र और पश्चिमी मूल्यों का विनाश करने का इरादा रखती है. ये अमेरिकियों के लिए खतरा पैदा करती है.
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, चीन की हरकतों की लिस्ट लंबी है, चाहे वह अमेरिका की बौद्धिक संपदा चुराना
हो, अमेरिकियों का रोजगार बर्बाद करना हो, दक्षिण चीन सागर में समुद्री लेन
का उल्लंघन करना हो या फिर उन जगहों पर चीन की सैन्य मौजूदगी जहां पर उसे
होने का कोई अधिकार नहीं है. हालांकि, पहली बार अमेरिका के पास ऐसा
राष्ट्रपति है जो इन सब चीजों को रोकने के लिए पूरी तरह से तैयार है और
अमेरिकियों की सुरक्षा करने में सक्षम है.
पोम्पियो ने चीन पर गलत सूचनाओं को फैलाने का भी आरोप लगाया. पोम्पियो ने कहा, चीन की कम्युनिस्ट पार्टी गलत सूचनाओं के अपने कैंपेन में और आक्रामक हो गई है, हमने दुनिया भर में कोरोना वायरस की महामारी फैलने के दौरान इसे देखा है. चीन ने अपने प्रांतों को तो बंद कर दिया लेकिन पूरी दुनिया में यात्रा की अनुमति देता रहा जिससे बड़ी संख्या में लोग संक्रमण का शिकार हो गए. हमने देखा कि दुनिया का ध्यान हटाने के लिए कैसे उसने गलत सूचनाओं का प्रसार जारी रखा.
इससे पहले, अमेरिकी राजदूत एलिस वेल्स भी चीन के रूप में मौजूद खतरे को लेकर आगाह कर चुकी है. एलिस वेल्स ने कहा था कि चीन अतिक्रमण करते हुए यथास्थिति बदलने की रणनीति पर काम कर रहा है. एलिस ने कहा था कि जिन लोगों को लगता है कि चीन का खतरा असली नहीं है, उन्हें भारत से बात करनी चाहिए.