पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की बेटी बख्तावर भुट्टो शुक्रवार को शादी के बंधन में बंध गईं. उनका निकाह संयुक्त अरब अमीरात के बिजनसमैन महमूद चौधरी से हुआ है. बख्तावर भुट्टो की शादी की तस्वीरें उनके भाई बिलावल भुट्टो ने शेयर की हैं. (Photos: IG-bbhuttozardari)
दरअसल, बख्तावर पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की बड़ी बेटी हैं. बिलावल हाउस में शादी का जश्न 24 जनवरी से महफिल-ए-मिलाद के साथ शुरू हुआ था. बिलावल भुट्टो जरदारी ने शादी की तस्वीरें शेयर करते हुए मां बेनजीर भुट्टो को भी याद किया है.
बिलावल ने शादी की रस्मों की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, 'कई साल में एक खुशी का पल आया. मेरी बहन बख्तावर की शादी हो रही है. ऐसा लग रहा है कि हमारी मां इस खुशी के पल में हमें देख रही हैं. इन दोनों को नई जिंदगी की शुरुआत के लिए बहुत शुभकामनाएं. माशाअल्लाह!'
'डॉन' ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि बिलावल हाउस में एक बहुत ही साधारण समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें सिंध पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था थी. इस समारोह में पूरी तरह से जांच के बाद ही मेहमानों को प्रवेश दिया गया था. यह निकाह मौलाना गुलाम मोहम्मद सोहो ने कराया है.
बख्तावर भुट्टो ने संयुक्त अरब अमीरात के बिजनसमैन महमूद चौधरी से निकाह किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस के चलते समारोह में सभी नियमों का भी पालन किया गया. समारोह में परिवार और करीबी मित्रों के अलावा पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के भी कुछ लोगों को न्यौता दिया गया था.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि सिंध पुलिस की विशेष सुरक्षा इकाई की एक टुकड़ी को इस आयोजन की सुरक्षा के लिए भेजा गया था. बिलावल हाउस और आसपास के इलाके में यातायात और लोगों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए, आसपास की इमारतों की छतों पर सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए थे.
24 जनवरी को महफिल-ए-मिलाद के साथ शादी समारोह शुरू हुआ और 27 को मेहंदी समारोह हुआ. बारात का समारोह शनिवार को हुआ. बारात के दिन 300 मेहमानों के शामिल होने की बात बताई गई है. शादी में लगभग एक हजार मेहमानों को न्योता भेजा गया था.
उधर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के एक बयान के मुताबिक देश के सभी अहम राजनीतिक नेताओं से लेकर सैन्य नेताओं को भी निमंत्रण भेजा गया था. इस बात की आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है कि समारोह में कौन-कौन शामिल हुआ था.
इससे पहले पिछले साल नवंबर में बख्तावर और महमूद की सगाई हुई थी. इसकी भी तस्वीरें बिलावल और बख्तावर दोनों ने अपने इंस्टाग्राम पर स्केयर की थीं. रिपोर्ट्स के मुताबिक दुबई के रहने वाले बख्तावर के पति मोहम्मद यूनुस चौधरी और बेगम सुरैया चौधरी के बेटे हैं और कई बिजनस संभालते हैं.
बता दें कि बेनजीर भुट्टो और आसिफ अली जरदारी के तीन बच्चे हैं. दो बेटी और एक बेटा. बड़ी बेटी का नाम बख़्तावर भुट्टो जरदारी, छोटी बेटी का नाम आसिफा भुट्टो जरदारी और बेटे का नाम बिलवाल भुट्टो जरदारी है. आइए जानते हैं बेनजीर भुट्टो के परिवार के बारे में...
बेनजीर भुट्टो के पिता का नाम जुल्फिकार अली भुट्टो था. वह पाकिस्तान के 10वें प्रधानमंत्री थे और चौथे राष्ट्रपति. उन्हें 4 अप्रैल 1979 को रावलपिंडी की जेल में फौजी हुकूमत ने फांसी पर लटका दिया था. उन पर अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदी को मरवाने का इल्जाम था.
बेनजीर भुट्टो की शादी 1987 में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से हुई. वह 2008 से 2013 पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे. भारत पाकिस्तान के विभाजन के बाद वह पाकिस्तान में जन्मे पहले राष्ट्रपति थे.
बेनजीर ने साल 1988 में चुनाव जीतकर पाकिस्तान का शासन संभाला था. जब बिलावल पैदा हुए, तब बेनजीर 1988 में चुनाव के लिए कैंपेनिंग कर रही थी. उसके बाद 24 जनवरी 1990 में बड़ी बेटी बख्तावर भुट्टो को जन्म दिया था. वे पहली ऐसी महिला प्रधानमंत्री थीं जो पद पर रहते हुए मां बनीं.
उनकी बड़ी बेटी बख्तावर ने एडिनबर्ग विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है. उनकी छोटी बेटी का जन्म 3 फरवरी 1993 में हुआ था. उन्होंने ऑक्सफोर्ड ब्रूक्स यूनिवर्सिटी, द यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग, यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से पढ़ाई की है.
27 दिसंबर 2007 की शाम को रावलपिंडी के लियाकत बाग में बेनजीर भुट्टो की हत्या की गई थी. इस आत्मघाती हमले में 54 साल की उम्र में उनकी मौत हो गई थी. बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलवाल भुट्टो जरदारी वर्तमान में पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के वर्तमान अध्यक्ष हैं. वह 13 अगस्त, 2018 को पाकिस्तान की विधानसभा के सदस्य बने थे.