पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के हिंगलगंज इलाके से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक पूर्व सैन्यकर्मी ने अपनी जीवित पत्नी का विधिवत अंतिम संस्कार कर डाला. यह सनसनीखेज मामला उत्तर मामुदपुर गांव का है, जहां 45 वर्षीय पूर्व फौजी नरेन नायक ने अपनी पत्नी के जीवित रहते हुए उसका 'श्राद्ध' किया, पिंडदान किया और यहां तक कि उसकी तस्वीर को माला पहनाकर जला भी दिया.
जानकारी के मुताबिक, यह मामला प्रेम प्रसंग से शुरू हुआ था. तीन साल पहले नरेन नायक की मुलाकात धलतीथा इलाके की 33 वर्षीय सुमिता सरकार से हुई थी. दोनों के बीच जल्द ही प्रेम संबंध बना और उन्होंने समाजिक विरोधों को नजरअंदाज कर शादी कर ली. कुछ समय तक जीवन सामान्य और सुखद रहा, लेकिन बाद में दोनों के बीच विवाद बढ़ने लगे.
यह भी पढ़ें: 9 Baj Gaye: पश्चिम बंगाल पुलिस ने शाहजहां शेख को उत्तर 24 परगना से किया गिरफ्तार, आज कोर्ट में होगी पेशी
नरेन का आरोप है कि शादी के बाद उनकी पत्नी सोशल मीडिया के माध्यम से अन्य पुरुषों से संपर्क में रहने लगी, जिससे रिश्तों में खटास आ गई. कुछ ही महीनों बाद सुमिता अचानक लापता हो गई और काफी तलाश के बाद पता चला कि वह किसी और जगह जाकर रहने लगी है. इस धोखे को नरेन नायक बर्दाश्त नहीं कर सके.
अपनी आस्था और परंपरा के अनुसार नरेन ने फैसला लिया कि अब वह इस रिश्ते को धर्म और समाज दोनों स्तर पर समाप्त कर देंगे. उन्होंने एक पंडित को बुलाकर यज्ञ करवाया, पत्नी की तस्वीर पर पुष्प चढ़ाकर उसे अग्नि को समर्पित किया, सिर मुंडवाया और विधिपूर्वक पिंडदान किया.
'मुझे छोड़कर किसी और के साथ चली गई'
नरेन ने कहा, मेरी नजर में मेरी पत्नी अब जीवित नहीं है. जो मुझे छोड़कर किसी और के साथ चली गई, वह मेरे लिए मर चुकी है. मैंने उसके लिए अंतिम संस्कार कर दिया है, अब मेरा उससे कोई रिश्ता नहीं. वहीं, यह घटना इलाके में चर्चा का विषय बन गई है. स्थानीय लोगों के अनुसार, इस तरह का श्राद्ध उन्होंने कभी नहीं देखा.