उत्तर प्रदेश में पांच साल बाद बिजली की दरें बढ़ाई गई हैं, जिससे उपभोक्ताओं को अप्रैल महीने से 1.24% अतिरिक्त फ्यूल सरचार्ज देना पड़ रहा है। यह वृद्धि मल्टी ईयर टैरिफ रेगुलेशन अमेंडमेंट के तहत हर महीने बिजली खरीद की लागत के आधार पर की जाएगी। उपभोक्ताओं ने इस बढ़ोतरी पर नाराज़गी जताई है.