उमेश पाल को बदमाश दिन-दहाड़े गोली मार देते हैं...फिर आरोपी असद और गुलाम एनकाउंटर में मारे जाते हैं..अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को पुलिस के सामने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतार दिया जाता है.