समाजवादी पार्टी की चर्चित सांसद इकरा हसन को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी और निकाह की ख्वाहिश जताने वाले करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ठाकुर योगेंद्र राणा पर मुरादाबाद में मामला दर्ज हो गया है. योगेंद्र राणा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल और केस होने के बाद से ही वह 'लापता' हैं और उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ है. पुलिस उनकी लोकेशन ट्रेस करने के लिए जिले-जिले छापेमारी कर रही है, जबकि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक मोर्चा खोल दिया है.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, कुछ दिन पहले करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ठाकुर योगेंद्र राणा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने कैराना की सांसद इकरा हसन से निकाह की इच्छा जताई. यही नहीं, उन्होंने एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी पर भी टिप्प्णी की थी. उसका कहना था कि ओवैसी जब उसे जीजा कहेंगे तो अच्छा लगेगा.यह वीडियो देखते ही देखते इंटरनेट पर वायरल हो गया और राजनीतिक गलियारों में इसकी गूंज सुनाई देने लगी.
सुनीता ने की शिकायत
वीडियो वायरल होने के तुरंत बाद ही मुरादाबाद के कटघर थाना क्षेत्र में सुनीता नाम की महिला ने इस पूरे मामले को लेकर तहरीर दी. महिला का कहना है कि इस तरह की सार्वजनिक और आपत्तिजनक टिप्पणी किसी महिला की गरिमा के खिलाफ है और इससे समाज में गलत संदेश जाता है. पुलिस ने इस शिकायत के आधार पर योगेंद्र राणा के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 67, 79 और आईपीसी की धारा 354(2) (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने का प्रयास) के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है.
पुलिस को नहीं मिला अब तक कोई सुराग
एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही आरोपी योगेंद्र राणा फरार चल रहे हैं. पुलिस का कहना है कि उनकी अंतिम लोकेशन के आधार पर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में टीमें रवाना की गई हैं, लेकिन अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. आरोपी का मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ है, जिससे उनकी लोकेशन ट्रेस करना कठिन हो रहा है. हालांकि पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें हिरासत में ले लिया जाएगा.
इस संबंध में मुरादाबाद के एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि योगेंद्र राणा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह सांसद पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे थे. इसी बात से नाराज मुरादाबाद की एक महिला ने शिकायत दी, जिस पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. जैसे-जैसे तथ्य सामने आएंगे, उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
सपा विधायकों का विरोध, सख्त कार्रवाई की मांग
इस मामले ने अब पूरी तरह राजनीतिक रंग ले लिया है. समाजवादी पार्टी के विधायक और वरिष्ठ नेता नवाब इकबाल महमूद ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसे बयान समाज में जहर घोलने का काम करते हैं. उन्होंने योगेंद्र राणा को 'लुच्चा-लफंगा' बताते हुए कहा कि ऐसे व्यक्ति की जगह केवल जेल हो सकती है. नवाब इकबाल महमूद ने कहा कि इस तरह की बयानबाजी न केवल महिलाओं के सम्मान पर हमला है, बल्कि एक सभ्य समाज के मूल्यों को भी ठेस पहुंचाने वाली है. हिंदू समाज के उन जागरूक लोगों से मैं अपील करता हूं कि वे सामने आएं और इस तरह के निंदनीय बयानों का विरोध करें. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस पर तत्काल संज्ञान लेकर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
सपा नेताओं का आरोप है कि यह वीडियो सिर्फ एक महिला सांसद को बदनाम करने के उद्देश्य से नहीं बनाया गया, बल्कि यह एक सुनियोजित राजनीतिक साजिश भी है, ताकि समाज में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण हो और महिलाओं के खिलाफ जहर फैलाया जा सके.
साइबर सेल भी सक्रिय
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की साइबर सेल भी सक्रिय हो चुकी है. वायरल वीडियो की तकनीकी जांच की जा रही है. वहीं दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी की महिला इकाई और युवा कार्यकर्ताओं ने मुरादाबाद, संभल, रामपुर, कुशीनगर और अन्य जिलों में प्रदर्शन शुरू कर दिया है. कई जगह आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपे गए हैं.