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वाराणसी में थूकने-पेशाब करने पर जुर्माना, लेकिन साफ-सफाई की हकीकत कुछ और... पढें ग्राउंड रिपोर्ट

रियलिटी चेक के दौरान जब टीम मैदागिन इलाके के अग्रसेन कन्या इंटर कॉलेज पहुंची तो वहां खुलेआम लोग सड़क किनारे नाली में पेशाब करते दिखे. प्रधान डाकघर के सामने पान की दुकान के पास पूर्व क्षेत्रीय पार्षद राजेंद्र मिश्रा पान खाकर थूकते और कुल्ला करते नजर आए.

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वाराणसी में जमीनी हकीकत की तस्वीर नगर निगम के दावों से उलट दिखाई दे रही है. (Photo- ITG)
वाराणसी में जमीनी हकीकत की तस्वीर नगर निगम के दावों से उलट दिखाई दे रही है. (Photo- ITG)

वाराणसी नगर निगम ने शहर में स्वच्छता नियमावली 2021 लागू कर दी है, जिसके तहत अब पान थूकने से लेकर सार्वजनिक स्थानों पर पेशाब करने तक पर 250 से 5000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है. यह नियमावली पुरानी 2017 की नियमावली को रद्द कर दी गई है और अब एकीकृत ‘फाइन बुक’ के तहत कार्रवाई हो रही है. लेकिन जमीनी हकीकत की तस्वीर नगर निगम के दावों से उलट दिखाई दे रही है.

रियलिटी चेक के दौरान जब टीम मैदागिन इलाके के अग्रसेन कन्या इंटर कॉलेज पहुंची तो वहां खुलेआम लोग सड़क किनारे नाली में पेशाब करते दिखे. पूछने पर उन्होंने स्वीकार किया कि ऐसा करना गलत है, मगर उन्होंने कहा कि उन्हें कभी किसी ने रोका नहीं. स्थानीय लोगों का कहना था कि नगर निगम की टीमें केवल कागजों पर सक्रिय हैं, मौके पर कोई फाइन लगाते या रोकते नहीं दिखा.

कॉलेज के सामने भी वही हालात

थोड़ी दूरी पर स्थित श्री हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज के पास भी स्थिति जस की तस रही. यहां भी एक व्यक्ति खुलेआम दीवार के पास पेशाब करता मिला. उसने नगर निगम पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि हमारी गलती नहीं, अगर रोकना है तो निगम एक्टिव हो.

पान थूकते नजर आए पूर्व पार्षद

प्रधान डाकघर के सामने पान की दुकान के पास पूर्व क्षेत्रीय पार्षद राजेंद्र मिश्रा पान खाकर थूकते और कुल्ला करते नजर आए. उन्होंने कहा कि काशी के लोग आदत नहीं बदल सकते. जब तक पान की दुकानें बंद नहीं होंगी, लोग थूकना नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने भी माना कि अब तक फाइन वसूलने के लिए कोई टीम नहीं आई.

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नागरिकों की राय: पहले जागरूकता, फिर जुर्माना

दशाश्वमेध क्षेत्र के गुरू बृहस्पति मंदिर के नीचे चाय की दुकान पर बैठे स्थानीय लोगों ने कहा कि नगर निगम को पहले जागरूकता फैलानी चाहिए. सीधे जुर्माना लगाने या FIR दर्ज करने से समस्या का हल नहीं निकलेगा. वहीं, गुजरात से आए एक पर्यटक ने कहा कि काशी की तुलना में गुजरात कहीं ज्यादा साफ-सुथरा है, यहां कदम-कदम पर गंदगी दिखती है.

नगर निगम का दावा- 15 दिन में 7-8 हजार जुर्माना वसूला

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए नगर निगम PRO संदीप श्रीवास्तव ने कहा कि सभी कर्मचारियों को नए नियमों के तहत प्रशिक्षण दिया गया है. अब तक 15 लोगों पर कार्रवाई की गई है और लगभग 7-8 हजार रुपए जुर्माना वसूला जा चुका है. देव दीपावली के दौरान 9 लोगों को गंगा घाट पर गंदगी फैलाते हुए पकड़ा गया था, जिनमें से कुछ पान-गुटखा खाकर थूक रहे थे, जबकि कुछ भंडारा के बाद सड़क पर दोना-पत्तल फेंक रहे थे. इन सभी से कुल डेढ़ हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया.

अधिकारी ने कहा कि पिछले एक साल से लोगों को जागरूक किया जा रहा है और अब अभियान को और तेज किया जाएगा. अधिकतर मामले कूड़ा फेंकने और पान खाकर थूकने के हैं. दोहराई जाने वाली गलती पर FIR भी दर्ज की जाएगी.

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