लखनऊ STF ने समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) परीक्षा-2023 के पेपर लीक मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक साल से फरार अभियुक्त कुमार अभिनन्दन को गिरफ्तार कर लिया है. यह परीक्षा 11 फरवरी 2024 को आयोजित की गई थी, जिसका पेपर परीक्षा से पहले ही सोशल मीडिया पर लीक हो गया था. मामले की जांच STF को सौंपी गई थी.
गिरफ्तार अभियुक्त कुमार अभिनन्दन ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के रस्तोगी नगर का रहने वाला है. वह दवा व्यवसाय से जुड़ा है और उसी दौरान उसकी पहचान डॉ. शरद कुमार सिंह से हुई थी. पूछताछ में अभिनन्दन ने बताया कि शरद सिंह ने उसे सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर पेपर लीक कराने की पेशकश की थी.
एक साल से फरार पेपर लीक का आरोपी गिरफ्तार
शरद सिंह ने दावा किया था कि अगर 15 लाख रुपये का इंतजाम हो जाए, तो वह प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों के पेपर उपलब्ध करा सकता है. इस पर अभियुक्त ने एक लाख रुपये नकद अपने शैक्षणिक दस्तावेज और एक ब्लैंक चेक दे दिया. उसे 9 फरवरी 2024 को भोपाल बुलाया गया, जहां सुभाष प्रकाश और विवेक उपाध्याय से मुलाकात हुई और होटल में प्रश्नपत्र हल सहित मिल गया.
इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से पुलिस ने आरोपी को पकड़ा
अभिनन्दन ने वही पेपर पढ़कर 11 फरवरी को परीक्षा दी, जिसमें वही प्रश्न आए। बाद में गैंग के अन्य सदस्य गिरफ्तार हुए तो वह डरकर फरार हो गया था. उसने सबूत मिटाने के लिए अपने मोबाइल से डाटा डिलीट कर दिया था. STF ने मुखबिरों की सूचना और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से उसे गिरफ्तार किया है.