बहराइच में भेड़ियों के हमले से डरे लोग घर से बाहर अकेले निकलने में कतरा रहे हैं. वन विभाग किसी भी तरीके से भेड़ियों को पकड़कर आबादी वाले इलाके से दूर करने में जुटा है. इसके लिए गांवों में कुछ जगहों पर पिंजरे रख दिए हैं. इसमें नई बात यह है कि पिंजरे में बकरियों को बांधकर इन्हें भेड़ियों का चारा बनाया जा रहा है.
वन विभाग का मानना है कि पिंजरे में बंधी बकरी को देख भेड़िये शिकार करने आएंगे और अंदर फंस जाएंगे. यही कारण है कि अब पिंजरे में बकरियों को बांधा जा रहा है. इसके अलावा भेड़िये को पकड़ने के लिए जगह-जगह जाल भी बिछाकर रखे गए हैं. किसी भी तरह से भेड़ियों को पकड़कर इलाके से दूर करने के लिए वन विभाग और लोकल ग्रामीण दिनरात जुटे हुए हैं.
मचानों पर बैठकर भेड़ियों पर नजर रख रहे लोग
भेड़ियों से बचने के लिए लोग घरों के बाहर डंडे और लाठिया लेकर खुद की हिफाजत कर रहे हैं. वहीं भेड़ियों पर नजर रखने के लिए लोगों ने जगह-जगह मचान बना रखे हैं. दिन और रात गांव वाले मचान पर सवार होकर भेड़ियों पर नजर रख रहे हैं. गांव वालों के मुताबिक, रविवार सुबह वन विभाग के अफसर ने भेड़िए को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह भाग निकला.
लाठी डंडा लेकर घर से बाहर निकल रहे हैं लोग
भेड़ियों के एक के बाद एक हमले से दिन हो, चाहे रात लोगों में खौफ इस कदर बैठ गया है कि हाथ में लाठी या डंडा लेकर घर से बाहर निकल रहे हैं. खेत और बाग-बगीचे की ओर जाने वाले लोग दो-तीन के समूह में ही घर से बाहर निकलकर कहीं आ जा रहे हैं. खासकर खेत-बगीचे में रहकर काम करने वाले लोगों को तो और भी विशेष सतर्क रहना पड़ रहा है.
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बहराइच में भेड़ियों ने अबतक 9 लोगों की जान ले ली है. भेड़िये के हमले के 35 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. मरने वालों में 8 बच्चे और एक महिला शामिल है. भेड़िये ने रविवार को फिर सात साल की एक बच्ची पर हमलाकर उसे जख्मी कर दिया. वन विभाग ने अबतक कुछ भेड़ियों को पकड़ने में सफलता भी पाई है. फिर भी आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है.