
यूपी की सहारनपुर लोकसभा सीट पर हार की समीक्षा के दौरान बीजेपी एमएलसी गोविंद नारायण शुक्ला के सामने हंगामा हो गया. बताया जा रहा है कि समीक्षा बैठक में कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा बीजेपी विधायक और प्रदेश सरकार के मंत्री पर बीजेपी प्रत्याशी राघव लखनपाल को हरवाने के आरोप लगाये गए थे, जिसके चलते मामला गरमा गया और बात नारेबाजी तक पहुंच गई.
दरअसल, सहारनपुर में आज एमएलसी गोविंद नारायण बीजेपी प्रत्याशी राघव लखनपाल की हार की समीक्षा करने पहुंचे थे. सर्किट हाउस सभागार में हो रही हार की समीक्षा के दौरान संगठन के नेताओं और जनप्रतिनिधियों पर राघव को हरवाने के आरोप लगे. इसी दौरान नगर विधायक राजीव गुम्बर और राज्य मंत्री कुंवर बृजेश सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई.
बाद में हंगामे के चलते सर्किट हाउस के हॉल में चल रही समीक्षा बैठक रोक दी गई और फिर एमएलसी गोविंद नारायण ने बंद कमरे में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी से फीडबैक लिया. सूत्रों के मुताबिक, कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने नगर विधायक और मंत्री पर राघव लखनपाल को चुनाव हरवाने का आरोप लगाया है. जिसके कारण माहौल तनावपूर्ण हो गए थे.

वहीं, बीजेपी एमएलसी गोविंद नारायण शुक्ला ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि पार्टी पूरे प्रदेश में कार्यकर्ताओं के साथ जमीनी हकीकत और चुनाव में क्या कमियां रहीं इसको लेकर कार्यकर्ताओं से फीडबैक ले रही है. पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं, मंडल के अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों के साथ अलग-अलग श्रेणी में बातचीत की जा रही है. हम लोग 2027 से पहले इन सारी कमियों को ठीक करेंगे और भारतीय जनता पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे.
बकौल बीजेपी एमएलसी- पार्टी पूरे प्रदेश में कार्यकर्ताओं के साथ में जाकर जमीनी हकीकत और चुनाव में कहां पर हमारी कमियां रह गईं उसको जानने का काम कर रही है. कुछ विषय थे जिसका भ्रामक प्रचार प्रसार विपक्ष ने किया, जिस कारण यह स्थिति बनी. हम लोग इसको 2027 से पहले ठीक करेंगे. सभी कार्यकर्ता एकजुट हैं. विरोध की बात सही नहीं है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 का परिणाम सामने आ चुका है. यूपी की कुल 80 सीटों में से सपा ने 37 पर जीत दर्ज की है. जबकि, बीजेपी को 33 सीटें मिली हैं. वहीं, कांग्रेस को 6 सीट, रालोद को 2 सीट, आजाद समाज पार्टी और अपना दल (एस) को एक-एक सीट हासिल हुई है. मायावती की पार्टी बसपा का खाता नहीं खुला है. इस चुनाव को बीजेपी को काफी जीती हुईं सीटें गंवानी पड़ी हैं.