उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में पुलिस ने गांजा तस्करी के एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसकी कहानी चौंकाने वाली है. मटौंध पुलिस ने चार गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया है जिनके कब्जे से 36 किलोग्राम से अधिक अवैध गांजा बरामद हुआ है. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि इस गिरोह में शामिल एक आरोपी ने जानबूझकर ओडिशा में शादी की थी, ताकि वहां के स्थानीय तस्कर नेटवर्क से जुड़कर नशे का व्यापार कर सके.
जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार मुख्य आरोपी की पहचान अलखराम कुशवाहा, निवासी मौदहा थाना क्षेत्र, जनपद हमीरपुर के रूप में हुई है. अलखराम ने उड़ीसा के सोनपुर जिले के तरभा थाना क्षेत्र में रहने वाले सोना रतन राणा की बेटी से विवाह किया था. अलखराम की सोना रतन से पहचान गांजा लाने के सिलसिले में हुई थी, जो बाद में संबंधों में बदल गई और शादी तक पहुंच गई.
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सोना रतन राणा और उसके दो भतीजे शिवप्रसाद और विशेषण राणा पहले से ही गांजा तस्करी में लिप्त थे. शादी के बाद अलखराम ने ससुर और सालों के साथ मिलकर उड़ीसा से गांजे की तस्करी का नेटवर्क खड़ा किया. चारों आरोपी उड़ीसा से ट्रेन द्वारा बिहार और मध्य प्रदेश के रास्ते होते हुए बांदा, चित्रकूट, महोबा और हमीरपुर जैसे बुंदेलखंड के जिलों में गांजा की आपूर्ति करते थे.
बांदा पुलिस ने चेकिंग अभियान के दौरान चारों तस्करों को धर दबोचा. पकड़े गए तस्करों में से तीन उड़ीसा के निवासी हैं जबकि अलखराम हमीरपुर का रहने वाला है. पुलिस ने बताया कि अलखराम पर पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.
बांदा एसपी मीडिया सेल की ओर से जारी प्रेस नोट के मुताबिक, आरोपियों को जेल भेज दिया गया है और गांजा तस्करी नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है. पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है.