लखनऊ के वीआईपी एरिया (मंत्री आवास के पास) में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक महिला ने अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया. वह अपने साथ एक बच्चा लेकर आई थी, खुद को आग लगाने से पहले उसने मासूम को सड़क के किनारे बैठा दिया था. पुलिस के मुताबिक, महिला ने पारिवारिक विवाद के चलते आत्मदाह की कोशिश की थी. वहीं, इस घटना पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार निशाना साधा और कहा कि महिला के प्रति सहानुभूति का भाव रखा जाए व उसके जीवन को बचाने के लिए सर्वश्रेष्ठ इलाज कराया जाए.
मामले में डीसीपी मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि थाना गौतम पल्ली एरिया में एक महिला ने पारिवारिक विवाद के कारण आत्मदाह का प्रयास किया था. उसको तत्काल सिविल अस्पताल लाया गया, जहां उसका इलाज जारी है. प्रथम दृष्टया मामला पारिवारिक विवाद का होना सामने आ रहा है. इसमें अग्रिम कार्रवाई की जा रही है. वह उन्नाव से लखनऊ आई थी.
घटना का जो वीडियो सामने आया है उसमें देखा जा सकता है कि महिला अचेत होकर सड़क पर मंत्री आवास के सामने पड़ी हुई है. वहीं थोड़ी ही दूरी पर उसका बच्चा सड़क बैठा हुआ रो रहा है. पूरी घटना विक्रमादित्य मार्ग की है, जहां सभी वीवीआईपी रहते हैं. यहीं पर नेताओं, मंत्रियों और अधिकारियों का आवास है.
हालांकि, घटना के बाद तत्काल महिला को पुलिस ने नजदीक के सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका प्राथमिक उपचार चल रहा है. बताया जा रहा है कि महिला अभी खतरे से बाहर है. पुलिस ने बताया कि 30 वर्षीय महिला जनपद उन्नाव की रहने वाली है.
अखिलेश ने साधा निशाना
अखिलेश यादव ने इस घटना पर एक्स पर पोस्ट कर लिखा- 'बीजेपी सरकार से जनता की नाउम्मीदगी का एक और दिल दहला देने वाला हादसा तब हुआ, जब लखनऊ में मुख्यमंत्री जी के ‘जनता दरबार’ में पहुंची पीड़ित महिला ने नासुनवाई से हताश होकर, अपने दुधमुंहे बच्चे को किनारे बैठाकर आत्मदाह का प्रयास किया.'
अखिलेश ने आगे लिखा कि बीजेपी के लिए जनता, सिर्फ़ मतदाता है. बीजेपी के लिए चुनाव ख़त्म मतलब जनता से सरोकार ख़त्म. इसके साथ ही सपा प्रमुख ने कहा कि महिला के प्रति सहानुभूति का भाव रखा जाए व उसके जीवन को बचाने के लिए सर्वश्रेष्ठ इलाज कराया जाए. महिला के परिजन व जनता निगाह रखें, कहीं ऐसा न हो कि बीजेपी सरकार की नाकामी के ख़िलाफ़ प्रदर्शन के रूप में आत्मदाह करने पर उस महिला के ख़िलाफ़, सरकार कोई गुपचुप कार्रवाई कर दे.