उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने प्रदेश शासन को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने कहा है कि 23 मार्च से रमजान शुरू हो रहा है. कई जिलों से शिकायतें आ रही हैं कि निर्धारित आवाज के बावजूद लाउडस्पीकर उतारे जा रहे हैं. निर्धारित आवाज वाले लाउडस्पीकर मस्जिद से न हटाए जाएं. ईदगाह और मस्जिदों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था की जाए.
प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने कहा है कि रमजान मुसलमानों के लिए बड़ा त्योहार है. इस महीने में मुसलमान इबादत करते हैं. ऐसे में प्रदेश के सभी जिलों के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में स्थित मस्जिदों के आसपास साफ-सफाई व सहरी इफ्तार के समय नियमित रूप से बिजली व पानी की आपूर्ति की जाए. मस्जिद के पास स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था भी कराई जाए.
'मस्जिदों से न उतारे जाएं गाइडलाइन के अनुसार लगे लाउडस्पीकर'
पत्र में अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने लिखा है कि कई जिलों से शिकायतें आ रही हैं कि कोर्ट द्वारा निर्धारित आवाज की सीमा में रहने के बावजूद कई जगहों पर मस्जिदों से लाउड स्पीकर को पुलिस उतार दे रही है. कोर्ट द्वारा तय की गई गाइडलाइन का पालन करने वाले लाउडस्पीकरों को मस्जिदों से न उतारा जाए.
उन्होंने कहा कि रमजान के महीने में हर रात तरावीह की नमाज अदा की जाती है, जिससे मस्जिदों में काफी भीड़ रहती है. ईद के दिन ईदगाह और मस्जिदों में भारी संख्या में नमाजी उपस्थित रहते हैं. इसको देखते हुए ईदगाह और मस्जिदों के आस-पास पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा व्यवस्था कराई जाए.