लखनऊ में मोहित पांडेय नाम के युवक की कस्टोडियल डेथ का मामला गरमाया हुआ है. इस बीच मोहित पांडेय की मौत के केस में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं. दरअसल, एसीपी विभूति खंड ने लखनऊ के डीएम को मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश हेतु पत्र लिखा था, जिसपर डीएम ने मजिस्ट्रियल जांच की इजाजत दी है. अब एडीएम रैंक के अफसर मोहित की Custodial Death केस की Magisterial Enquiry करेंगे.
उधर, चिनहट थाने के इंस्पेक्टर अश्विनी चतुर्वेदी के निलंबन के बाद दो अन्य इंस्पेक्टरों का तबादला हो गया है. चिनहट थाने में अतिरिक्त इंस्पेक्टर प्रकाश सिंह को आशियाना भेजा गया, जबकि इंस्पेक्टर आनंद भूषण बेलदार को गोमती नगर विस्तार थाने भेजा गया है. वहीं, आशियाना में तैनात सब इंस्पेक्टर सफातउल्लाह खान को सीनियर सब इंस्पेक्टर चिनहट बनाया गया है.
चिनहट कोतवाली में तीन इंस्पेक्टर्स की तैनाती के बावजूद मोहित पांडे की कस्टोडियल डेथ के बाद लखनऊ पुलिस का ये नया प्रयोग है. चिनहट कोतवाली सब इंस्पेक्टर के हवाले की गई है. इंस्पेक्टर अश्विनी चतुर्वेदी को सस्पेंड करने के बाद सब इंस्पेक्टर भरत पाठक को चिनहट कोतवाली की कमान दी गई है. वहीं, सब इंस्पेक्टर सफातउल्लाह खान को एसएसआई चिनहट बनाया गया है.
दूसरी तरफ सीएम योगी आदित्यनाथ इस मामले में सख्त दिख रहे हैं. उन्होंने मृतक के परिजनों से मुलाकात की और आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है. जिसके बाद से मोहित पांडेय की पुलिस कस्टडी में मौत होने का आरोप लगने के बाद थाना स्तर पर लगातार कार्रवाई हो रही है.
फिलहाल, मोहित पांडेय की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है, लेकिन इसमें मौत का कारण स्पष्ट नहीं है. इसलिए विसरा को सुरक्षित रखा गया है. साथ ही परिजनों की तहरीर के आधार पर आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.