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ना प्रदेश अध्यक्ष का करीबी, ना पूर्व जिला अध्यक्ष... डिप्टी CM केशव मौर्य से मिलने पहुंचा जालसाज अरेस्ट

लखनऊ में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास पर नोएडा निवासी दशरथ पाल की जालसाजी का मामला सामने आया है. उसने खुद को दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का करीबी और पूर्व जिला अध्यक्ष बताकर अनुचित सिफारिशें करने की कोशिश की. डिप्टी सीएम के स्टाफ ने बुलंदशहर जिला अध्यक्ष और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष के कार्यालय से पुष्टि की कि दशरथ पाल का किसी भी तरह से पार्टी से कोई संबंध नहीं है.

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पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर गौतम पल्ली थाने में FIR दर्ज की है. (Photo: Representational)
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर गौतम पल्ली थाने में FIR दर्ज की है. (Photo: Representational)

लखनऊ में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास पर एक बड़ी जालसाजी का मामला सामने आया है. डिप्टी सीएम के निजी सचिव सुनीत कुमार की तहरीर पर गौतम पल्ली थाने में FIR दर्ज की गई है. आरोपी की पहचान नोएडा निवासी दशरथ पाल के रूप में हुई है, जिसे मौके पर पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया.

क्या है पूरा मामला?

पूरा मामला उस समय सामने आया जब पकड़े गए दशरथ पाल ने पहले डिप्टी सीएम को फोन कर खुद को दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का करीबी बताते हुए एक व्यक्ति से मुलाकात कराने की बात कही. इसके बाद वह डिप्टी सीएम से मिलने उनके आवास पहुंचा. 

यहां पहुंचकर उसने अपना परिचय बदलते हुए खुद को बीजेपी का पूर्व जिला अध्यक्ष बताया. डिप्टी सीएम के स्टाफ को शक हुआ तो उन्होंने बुलंदशहर के जिला अध्यक्ष से फोन पर जानकारी ली. जांच में पता चला कि दशरथ पाल नाम का कोई व्यक्ति कभी भी जिला अध्यक्ष नहीं रहा है.

दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष के कार्यालय से किया गया संपर्क

इसके बाद भी वह खुद को दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष का करीबी बताकर अपने साथ आए तीन अन्य लोगों के लिए अनुचित सिफारिशें करने लगा. जब मामला और संदिग्ध लगा तो स्टाफ ने दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष के कार्यालय से संपर्क किया, जहां से पुष्टि हुई कि दशरथ पाल किसी भी तरह से पार्टी नेतृत्व से जुड़ा नहीं है. 

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इसके बाद मौके पर ही जालसाजी का खुलासा हो गया और आरोपी को पकड़कर गौतम पल्ली थाने भेज दिया गया. पुलिस अब पूरे मामले की जांच कर रही है.

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