प्रेमी या प्रेमिका के लिए अपने पति या पत्नी को बेरहमी से हत्या करके मार डालने का सिलसिला लगातार देश में जारी है. ताजा मामला कानपुर से आया है. यहां तो पत्नी ने हैरान ही कर दिया उसने अपनी चालाकी का ऐसा ड्रामा दिखाया की पुलिस ने उसमें उलझकर उसके पति की हत्या में दो निर्दोषों को जेल भेज दिया लेकिन फॉरेंसिक जांच और पुलिस जांच के 7 दोनों बाद पुलिस के सामने जो खुलासा हुआ उसे देखकर सब आवाक रह गए.
पति को छोड़ भतीजे के साथ चाहती थी रहना
मालूम हुआ कि शख्स की हत्या खुद उसकी पत्नी ने पीट-पीट कर की थी. वो भी इसलिए क्योंकि उसे अपने प्रेमी भतीजे के साथ रहना था. पति की हत्या के बाद पत्नी ने पड़ोसी बाप बेटे पर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया था गांव वाले और एक पार्टी के लोगों ने भी उसके समर्थन में प्रदर्शन किया था. अब पुलिस ने पत्नी और प्रेमी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है और जेल में बंद निर्दोष बाप बेटे को बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
मर्डर के बाद रो- रो कर किया हंगामा
कानपुर के घाटमपुर में रहने वाले ट्रैक्टर मालिक धीरेंद्र की 11 मई को उसके घर में ही हत्या हो गई थी. हत्या उसके सिर पर किसी कठोर चीज से पीट-पीट कर की गई थी. हत्या के बाद सुबह धीरेंद्र की पत्नी रीना ने रो-रो कर हंगामा खड़ा कर दिया कि उसके पति की हत्या गांव के ही रहने वाले कीर्ति यादव ने अपने बेटे रवि और राजू के साथ मिलकर की है. इस मामले में रीना ने एक पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी मौके पर बुला लिया इसके बाद हंगामा शुरू हो गया.
पुलिस और पड़ोसियों पर लगाया आरोप
रीना मौके पर रो-रो कर आरोप लगा रही थी कि ट्रैक्टर की खराबी को लेकर उसके पति धीरेंद्र का कीर्ति यादव से विवाद था जिस पर उन्होंने मारपीट की थी. इस मामले में मैं जब शिकायत की तो पुलिस ने मेरे पति को थाने में बुलाकर जबरदस्ती समझौता कर दिया था. अगर वह समझौता ना करती है तो मेरे पति की जान बच जाती है क्योंकि उसी दिन से नाराज होकर ही कीर्ति यादव ने अपने बेटे और उसके दोस्त के साथ मिलकर मेरे पति की हत्या की है.
जेल भेजे गए निर्दोष बाप बेटे
पत्नी रीना के आरोप के बाद उसके परिजन और पार्टी के लोग भी नाराज थे इसलिए बॉडी उठने नहीं दे रहे थे. आखिर मजबूर होकर पुलिस को पत्नी की शिकायत पर रिपोर्ट लिखनी पड़ी और उसे कीर्ति यादव और उसके बेटे रवि को जेल भेजना पड़ा. पुलिस ने बाप बेटे को जेल तो भेज दिया लेकिन इसके बाद भी अपनी जांच जारी रखी क्योंकि पुलिस को एक बात खटक रही थी. एडीसी महेश कुमार के सामने डॉग्स को जब मृतक की बॉडी के पास से छोड़ा गया तो वह पहले मकान के पीछे घूम कर गया. वहां एक मैदान में कुछ देर रुकने के बाद फिर घर में आकर आंगन में बैठ गया. इसी दौरान पुलिस ने फोरेंसिक जांच भी कराई. जांच की रिपोर्ट आई तो पुलिस के कान खड़े हो गए क्योंकि जांच रिपोर्ट में घर के अंदर खून के छींटे मिले थे.

घर में मिली खून से सनी पटिया
ऐसे में सवाल था कि अगर पड़ोसी ने हत्या की है तो हत्या करने के बाद घर के अंदर क्यों जाएगा बाहर ही भाग जाता. मामला एक दलित की हत्या का था. धीरेंद्र दलित जाति से थे इसलिए पुलिस भी फूंक फूंक पर कदम रख रही थी. इसी दौरान पुलिस ने फिर घर के अंदर मौके पर जांच की तो उसे एक पटिया मिल गई जिसमें खून केछीटे पड़े थे. पुलिस ने इसकी भी जांच कराई तो वह खून धीरेंद्र का ही पाया गया. इसके बाद पुलिस ने पत्नी रीना के मोबाइल की जांच की तो पता चला रात में रीना की अपने पति के भतीजे सत्येंद्र से 40 बार बातचीत हुई थी. इसके पहले भी उसकी लगातार सत्यम से बातचीत होती रहती थी.
पति ने पकड़ा था रंगे हाथ
अब पुलिस के शक की सुई दोनों के संबंधों पर पहुंच गई. पुलिस ने सत्यम को उठाकर पूछताछ की तो वह पुलिस का सामना नहीं कर सका. उसने कुछ ही देर में सब कुछ कबूल कर लिया. फिर पुलिस ने धीरेंद्र की पत्नी रीना को भी हिरासत में लेकर दोनों के आमने-सामने पूछताछ की तो उनके संबंध सामने आ गए. रीना ने स्वीकार कर लिया कि उसके भतीजे सत्यम से संबंध थे. वह उसी के साथ रहना चाहती थी. एक दिन पति ने दोनों को देख लिया था जिसके बाद विवाद हुआ था. तभी रीना ने अपने पति को रास्ते से हटाने के लिए पूरा प्लान बनाया.
पहले नींद की गोलियां दीं फिर पीट- पीटकर ले ली जान
इसी दौरान उसके पति का गांव के ही रहने वाले कीर्ति से ट्रैक्टर की खराब हो जाने को लेकर कुछ विवाद हो गया. अब रीना को इसका मौका मिल गया उसने 11 तारीख की रात को पति को पहले से नींद की गोलियां दे दी रात में जब पति सो गया, घर के लोग भी सो गए तो उसने अपने प्रेमी सत्यम को बुलाया. हालांकि सत्यम का कहना है कि उसने रीना को हत्या करने से रोका लेकिन वह नहीं मानी. उसने घर में रखी चारपाई की मजबूत पाटी से पति के सर पर मार मार कर उसकी हत्या कर दी. इस दौरान घर में खून फैल गया जिसको उसने सत्यम के साथ मिलकर धो डाला. फिर उसने बाथरूम में नहाया भी. इसके बाद सत्यम अपने घर चला गया. वह चुपचाप छत पर जाकर अपने बच्चों के साथ सो गई.
सुबह उठकर करने लगी हंगामा
सुबह महिला ने उठकर पति की लाश के ऊपर से चादर उठाई और उनकी हत्या का आरोप पड़ोसियों पर लगाकर हंगामा शुरू कर दिया. एडीसीपी महेश कुमार का कहना है कि मौके पर विरोध प्रदर्शन था. परिस्थितियां पड़ोसियों के खिलाफ जा रही थीं कि उनका झगड़ा भी हुआ था . घर वाले काफी आक्रोशित थे .ऐसे में पत्नी की शिकायत पर उसने जिनके नाम बताए उन तीन लोगों पर रिपोर्ट दर्ज की गई . इसके बाद कीर्ति यादव और उसके बेटे रवि को जेल भी भेज दिया गया
इस मामले में पत्नी का सबसे बड़ा ड्रामा उस समय देखने को मिला जब वह रो-रोकर पति की हत्या में पड़ोसियों के नाम ले रही थी और पुलिस पर आरोप लगा रही थी कि उन्होंने समझौता कर दिया नहीं आज मेरा पति जिंदा होता.