कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश करने के मामले की जांच में कानपुर पुलिस के हाथ 6 दिन बाद भी ख़ाली हैं. ना ही पुलिस को कोई ठोस सबूत हाथ लगा है, ना पुलिस किसी संदिग्ध की तलाश कर पाई है. जिन लोगों से पुलिस ने पूछताछ की थी, उनसे भी पुलिस को कोई खास जानकारी हाथ नहीं लगी है. आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की मदद से भी पुलिस किसी संदिग्ध तक नहीं पहुंच पाई है और ना ही किसी रेलवे कर्मचारी से पुलिस ने पूछताछ की है.
25 दिन पहले कानपुर में साबरमती एक्सप्रेस के 20 डब्बे डिरेल हो गए थे. जिसको रेलवे द्वारा साजिश बताया गया था. उसे मामले में भी पुलिस फिलहाल कुछ पता नहीं लगा पाई है. पुलिस ने हिरासत में लिए सभी लोगों को छोड़ भी दिया है. घटनास्थल के आसपास के गांव से पुलिस ने कई संदिग्धों को पूछताछ के लिए उठाया लेकिन उनसे कुछ खास जानकारी न मिलने के बाद पुलिस ने सभी को छोड़ दिया.
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हालांकि, अब घटनास्थल से दूर के गांव में भी कुछ संदिग्धों को पुलिस पूछताछ के लिए बुलाकर उनसे जानकारी जुटा रही है. लेकिन फिलहाल किसी तरीके का ठोस इनपुट पुलिस के पास नहीं मिल पाया है.
CCTV के आधार पर संदिग्धों की पहचान में नाकाम पुलिस
घटना के बाद पुलिस ने 300 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगालने का दावा किया, लेकिन उसमें से भी पुलिस को कुछ खास सफलता नहीं मिली. शिवराजपुर टोल के पास पुलिस को दो संदिग्ध बाइक से आते हुए दिखे थे. जिसके आधार पर उनकी तलाश की जा रही थी. लेकिन फिलहाल पुलिस उनकी भी शिनाख्त नहीं कर पाई है और ना ही किसी संदिग्ध की तलाश हो पाई है.
अभी तक रेलवे के किसी भी अधिकारी से नहीं हुई पूछताछ
जिस लोको पायलट ने सबसे पहले जानकारी दी थी, वहीं जो रेलवे कर्मचारी सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचे थे, पुलिस उसमें से भी किसी से पूछताछ नहीं की है. ऐसे में सबसे अहम जानकारी देने वाले और तहरीर लिखवा कर मुकदमा दर्ज करने वाले से भी पुलिस ने फिलहाल कोई पूछताछ नहीं की है.
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इसके अलावा इस घटना से किसी तरीके की जानकारी न मिलने पर कानपुर पुलिस ने बीते दिनों आसपास हुई ऐसी घटनाओं की जानकारी जुटाना के लिए अपनी टीमों को दूसरे जिलों में भी भेजा है. पुलिस देखना चाह रही है कि क्या इसमें कोई सामान पैटर्न तो नहीं है.
पुलिस को नहीं मिले आतंकी साजिश के साक्ष्य
आतंकी साजिश जताए जाने के बावजूद फिलहाल पुलिस को इस पूरे मामले में आतंकी साजिश होने से जुड़े कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं.
डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार का कहना है कि फिलहाल सीसीटीवी की जांच करके कुछ नहीं मिला है. जिन लोगों से पूछताछ की थी उन्हें जाने दिया गया है. रेलवे के कर्मचारियों से भी जल्द पूछताछ की जाएगी. फिलहाल इस घटना को किसने अंजाम दिया, इसको लेकर जानकारी नहीं मिल पाई है.