पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा की गई सैन्य कार्रवाई पर जमीयत उलमा-ए-हिंद ने देश और सेना के साथ पूर्ण एकजुटता जाहिर की है. संगठन के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने साफ कहा कि भारत की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता.
मौलाना मदनी ने कहा कि भारत हमारा वतन है और इसकी रक्षा करना हमारी राष्ट्रीय और संवैधानिक जिम्मेदारी है. जमीयत उलमा-ए-हिंद हमेशा देशभक्ति, शांति और एकता का संदेश देता आया है. आज जब हमारी सीमाओं पर खतरा मंडरा रहा है, तो हम अपनी सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं.
जमीयत उलमा-ए-हिंद ने पूर्ण एकजुटता जाहिर की
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर पाकिस्तान की तरफ से युद्ध थोपा गया, तो पूरा देश, सभी धर्मों के लोग, विशेष रूप से मुसलमान, भारतीय सेना के साथ खड़े होंगे. मौलाना मदनी ने सरकार से अपील की कि वह दुश्मन की हर आक्रामक कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दे. उन्होंने कहा कि भारत एकजुट है और किसी भी कीमत पर अपने वतन की रक्षा करेगा.
देश के मुसलमान भारतीय सेना के साथ
आखिर में उन्होंने कहा कि जमीयत उलमा-ए-हिंद देशभर में एकता, धैर्य और बलिदान की भावना को और मजबूत करने के लिए काम करता रहेगा. बता दें, मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था.