उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर एक दर्दनाक हादसा हुआ. चुनार रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की चपेट में आने से 6 श्रद्धालु यात्रियों की मौत हो गई. मृतकों में सभी महिलाएं हैं. मिली जानकारी के अनुसार, ये सभी श्रद्धालु चोपन-प्रयागराज पैसेंजर ट्रेन से प्लेटफॉर्म नंबर चार पर उतरे थे. स्टेशन पर जल्दबाजी में यात्री रेलवे ट्रैक पार करने लगे, तभी विपरीत दिशा से आ रही एक्सप्रेस ट्रेन (हावड़ा-कालका नेताजी एक्सप्रेस) की चपेट में आ गए.
ट्रैक पार करने के दौरान ट्रेन की चपेट में आए श्रद्धालु
रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान यह भीषण हादसा हुआ और श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई. सभी श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए जा रहे थे. इस घटना के बाद चुनार रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई. मौके पर मौजूद रेलवे अधिकारियों और पुलिस ने राहत कार्य शुरू किया. प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए प्लेटफॉर्म और ओवरब्रिज का ही इस्तेमाल करें.
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि टक्कर इतनी भीषण थी कि शवों के चीथड़े उड़ गए. हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई. जीआरपी और आरपीएफ की टीमें तत्काल घटनास्थल पहुंच गईं. उन्होंने घायलों को अस्पताल पहुंचाया. शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है. सीनियर अधिकारी मौके पर जाकर घटना का जायजा ले रहे हैं.
सीएम योगी ने लिया संज्ञान
वहीं, चुनार रेलवे स्टेशन पर हुए इस हादसे का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है. उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिया है कि घायलों को बेहतर और तत्काल इलाज मुहैया करवाया जाए. मुख्यमंत्री ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है. सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की गई है.
सुबह करीब 9:30 बजे हुआ हादसा
मिर्जापुर जिले के चुनार रेलवे स्टेशन पर आज (कार्तिक/देव दीपावली के अवसर पर) सुबह करीब 9:30 बजे ये दर्दनाक रेल हादसा हुआ. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, हादसा उस वक्त हुआ जब यात्री रेलवे लाइन पार कर रहे थे. ये सभी श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए जा रहे थे. यात्री जिस पैसेंजर ट्रेन से चुनार पहुंचे थे, उससे प्लेटफॉर्म की बजाय ट्रेन की विपरीत दिशा में उतर गए. उसी समय, दूसरी दिशा से तेज रफ्तार से आ रही ट्रेन नंबर- 12311 (हावड़ा-कालका नेताजी एक्सप्रेस) की चपेट में ये सभी यात्री आ गए. यात्रियों द्वारा फुट ओवर ब्रिज की जगह ट्रैक पार करने की कोशिश ने इस बड़े हादसे को जन्म दिया.