उत्तर प्रदेश में मॉनसूनी बारिश और बाढ़ का कहर जारी है. यूपी के पश्चिमी तराई और दक्षिणी इलाकों में सोमवार को जोरदार बारिश हुई. जबकि पूर्वांचल में बाढ़ का पानी गांव में घुस गया है. यूपी के सीतापुर जिले के रेउसा गांव सहित कई अन्य गांव बाढ़ की चपेट में हैं. हालात ऐसे हैं कि गांव को जोड़ने वाली सड़कों पर बाढ़ का पानी बह रहा है, जिसकी वजह से गांव और शहर के बीच का संपर्क पूरी तरह टूट गया है. महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग बाढ़ के पानी को पार कर अपनी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने को मजबूर हैं.
खेत-खलिहान डूबने से किसान परेशान हैं और बाजार जाने के लिए नाव की व्यवस्था की मांग कर रहे हैं. रेउसा गांव में हालात इतने खराब हैं कि पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा है. गांव के चारों ओर पानी का घेरा बन चुका है, जिससे ग्रामीणों की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं.
वहीं, यूपी के हापुड़ में भी एक दर्जन से ज़्यादा गांव बाढ़ की चपेट में हैं. घर डूब गए हैं और खेत जलमग्न हैं. गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है. गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र में बाढ़ के चलते कई गांवों का संपर्क टूट चुका है. लोग बाढ़ के पानी में ही पशुओं का चारा लेकर आने को मजबूर हैं.
सहारनपुर के पहाड़ी इलाकों में भी मूसलाधार बारिश से नदियां उफान पर हैं. जिससे आस-पास के गांवों में खतरे की स्थिति है. सहारनपुर में सर्वाधिक 140 मिमी, गोरखपुर में 75.2 मिमी और बलिया में 73.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है.
इन जिलों में आज भारी बारिश का रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, अंबेडकर नगर, सहारनपुर और बिजनौर में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. यूपी में बाढ़ से 37 जिले, 95 तहसीलें और 1929 गांव प्रभावित हैं. अब तक 6,95,362 लोग प्रभावित हैं और 84,777 मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा चुका है.
बाढ़ से प्रभावित हैं यूपी के ये जिले
अयोध्या, बहराइच, बाराबंकी, बस्ती, कासगंज, हरदोई, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, शाहजहांपुर, भदोही, श्रावस्ती, उन्नाव, फर्रुखाबाद, मेरठ, हापुड़, गोरखपुर, गोंडा, बिजनौर, बदायूं, कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी, आगरा, औरेया, चित्रकूट, बलिया, बांदा, गाजीपुर, मीरजापुर, संतकबीर नगर, प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, जालौन, कानपुर देहात, हमीरपुर, इटावा, फतेहपुर.