बागपत में प्रेम कहानी का ऐसा अंजाम सामने आया जिसने सबको दहला दिया. 38 साल के छह बच्चों के पिता का अफेयर 17 साल की नाबालिग लड़की से हो गया. दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खाते हुए जहर निगल लिया. रेलवे ट्रैक पर दोनों बेसुध हालत मे मिले. अस्पताल में प्रेमी और प्रेमिका दोनों की मौत हो गई.
यह सनसनीखेज मामला कोतवाली बड़ौत क्षेत्र के बिजरौल रेलवे हॉल्ट का है. रविवार की सुबह स्थानीय लोगों ने रेलवे ट्रैक किनारे एक किशोरी और एक अधेड़ व्यक्ति को बेसुध हालत में पड़े देखा. दोनों के मुंह से झाग निकल रहा था और हालत बेहद नाजुक थी. आनन-फानन में स्टेशन मास्टर ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को अस्पताल भिजवाया. डॉक्टरों ने स्थिति को गंभीर देखते हुए उन्हें मेरठ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. इलाज के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया.
कौन थे ये दोनों?
मृत किशोरी 17 साल की थी और शामली जिले की रहने वाली थी. वहीं, प्रेमी देशपाल (38) भी शामली जिले का ही रहने वाला था. देशपाल छह बच्चों का पिता था और परिवार के साथ रहता था. दोनों ईंट-भट्ठे पर मजदूरी करते थे. काम के दौरान एक-दूसरे से मुलाकात हुई और धीरे-धीरे यह रिश्ता मोहब्बत में बदल गया. देशपाल के बच्चों के बावजूद किशोरी उसके करीब आती चली गई. लोगों के मुताबिक, दोनों का एक-दूसरे के घर आना-जाना भी था और यही वजह रही कि परिजनों को पहले से इस रिश्ते की भनक थी.
3 दिन से लापता थे प्रेमी-प्रेमिका
किशोरी और देशपाल पिछले तीन दिनों से लापता थे. किशोरी के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट बाबरी थाने में दर्ज कराई थी. परिवार बेचैन था और तलाश में जुटा हुआ था. इसी बीच अचानक रेलवे ट्रैक पर दोनों की बेसुध हालत में बरामदगी की खबर आई. यह खबर जंगल में आग की तरह फैली और बागपत से लेकर शामली तक लोगों के बीच खलबली मच गई.
अस्पताल में डॉक्टरों की रिपोर्ट
बागपत जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. अनुराग वाष्णेय ने बताया कि बड़ौत सीएचसी से दो मरीज लाए गए थे. दोनों की हालत इतनी खराब थी कि प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत मेरठ रेफर कर दिया गया. डॉक्टरों का कहना था कि यह स्पष्ट नहीं है कि दोनों ने खुद जहर खाया था या किसी ने उन्हें जहर दिया था. लेकिन जब मेरठ मेडिकल कॉलेज में इलाज शुरू हुआ तो देर शाम तक दोनों ने दम तोड़ दिया.
पुलिस की जांच और अधिकारियों के बयान
सीओ बड़ौत विजय कुमार ने बताया कि स्टेशन मास्टर से मिली सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी. रेलवे ट्रैक पर किशोरी और अधेड़ पुरुष बेसुध हालत में मिले थे. उन्हें अस्पताल भेजा गया, लेकिन इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई. फिलहाल पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि प्रथम दृष्टया मामला प्रेम प्रसंग और जहर खाकर आत्महत्या का लग रहा है. हालांकि, यह भी जांचा जा रहा है कि कहीं इसमें जबरन जहर खिलाने की साजिश तो नहीं है. किशोरी का परिवार सदमे में है. उनका कहना है कि देशपाल ने उनकी बेटी को बहकाया और गलत रास्ते पर ले गया. वहीं, देशपाल का परिवार भी टूट चुका है. छह मासूम बच्चों का भविष्य अब अनिश्चितताओं के अंधेरे में धकेल दिया गया है.