बलिया में 'मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना' में हुए फर्जीवाड़े को लेकर पूर्व IPS और यूपी के समाज कल्याण राज्यमंत्री असीम अरुण ने सख्त कार्रवाई की बात कही है. असीम अरुण ने कहा कि किसी भी अपराधी को छोड़ा नहीं जाएगा. अगर कोई बच गया है तो उसकी भी जांच कराई जाएगी और दोषी पाए जाने पर उसपर भी कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि वर्दी तो उतार दी लेकिन डंडा साथ में लेकर आया हूं.
दरअसल, बीते दिन समाज कल्याण राज्यमंत्री असीम अरुण बलिया पहुंचे थे. यहां अधिकारियों संग बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से बात की. इस दौरान सामूहिक विवाह में फर्जीवाड़े के सवाल पर उन्होंने कड़ी कार्रवाई की बात कही.
असीम अरुण ने कहा कि व्यवस्थाओं को और अच्छा करने के लिए लखनऊ में चर्चा की है. जैसे कि लड़का और लड़की को विवाह का सर्टिफिकेट मौके पर ही (सामूहिक विवाह कार्यक्रम) ही दिया जाए. मैरिज सर्टिफिकेट में दंपति की फोटो हो. सारा ब्यौरा आधार से लिंक हो. एक-एक कर पूरा सिस्टम फुल प्रूफ किया जा रहा है. कुछ ही हफ्ते में ये सब हो जाएगा.
असीम अरुण ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के आयोजनों में रजिस्ट्रेशन के अनुसार मौके पर भी सत्यापन किया जाना चाहिए.
उन्होंने यह भी कहा कि सिस्टम को और मजबूत करेंगे, ताकि आगे से ऐसे काम ना हो सकें.
"वर्दी तो उतार दी लेकिन..."
बकौल असीम अरुण- "वर्दी तो उतार दी लेकिन डंडा साथ में लेकर आया हूं. धांधली करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी. जो शादियां फर्जी पाई गईं उनकी जांच चल रही हैं. योगी सरकार में भ्रष्टाचार की कोई माफी नहीं है. पुलिस की विवेचना जारी है. एक भी दलाल और दोषी अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा."
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बता दें कि मनियर इंटर कॉलेज में 25 जनवरी को हुए सामूहिक विवाह में फर्जीवाड़ा हुआ था. इसमें दर्जनों जोड़े ऐसे थे जिन्हें फर्जी तरीके से मंडप में बैठाया गया था. वायरल वीडियो में कई दुल्हनें खुद को ही वरमाला डालती नजर आई थीं. जिसके बाद पुलिस ने अधिकारियों समेत 15 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. इसमें दो एडीओ, एक पटल प्रभारी और एक वीडियो का निलंबन हो चुका है.