scorecardresearch
 

अतीक और उसके करीबियों पर ED का शिकंजा, प्रयागराज समेत कई जगहों पर छापेमारी

माफिया डॉन अतीक अहमद से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी आज उत्तर प्रदेश में करीब दर्जन भर जगहों पर छापेमारी कर रही है. फूलपुर, इलाहाबाद और अन्य स्थानों पर तलाशी ली जा रही है. यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले के संबंध में है, जिसके कारण अतीक अहमद की चल और अचल संपत्तियों की कुर्की की गई थी.

Advertisement
X
अतीक अहमद के करीबियों पर ईडी की छापेमारी
अतीक अहमद के करीबियों पर ईडी की छापेमारी

उमेश पाल मर्डर केस में माफिया अतीक अहमद को प्रयागराज लाया जा रहा है. उसके प्रयागराज पहुंचने से पहले केंद्रीय एजेंसियों ने बड़ी कार्रवाई की है. अतीक के करीबी और मददगारों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी की जा रही है. उम्र कैद की सजा काट रहे अतीक अहमद के वकील खान सौलत हनीफ के घर पर ईडी की टीम जांच कर रही है.

प्रयागराज स्थित खान सौलत हनीफ के घर पर ईडी की टीमें छापेमारी कर रही हैं. सौलत हनीफ को उमेश पाल अपहरण केस में उम्रकैद की सजा मिली हुई है और वह जेल में बंद है.इसके अलावा अतीक के करीबी गुलफाम के घर पर भी ईडी की टीम छापेमारी कर रही है. गुलफाम की मौत हो चुकी है और उसके घर पर ताला बंद था.

मनी लॉन्ड्रिंग केस में हो रही है छापेमारी

माफिया डॉन अतीक अहमद से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी आज उत्तर प्रदेश में करीब दर्जन भर जगहों पर छापेमारी कर रही है. फूलपुर, इलाहाबाद और अन्य स्थानों पर तलाशी ली जा रही है. यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले के संबंध में है, जिसके कारण अतीक अहमद की चल और अचल संपत्तियों की कुर्की की गई थी.

Advertisement

बेहद डरा हुआ है अतीक

इस बीच अतीक अहमद चंद घंटों में प्रयागराज पहुंच जाएगा. उमेश पाल हत्याकांड में मुख्य आरोपी बनाए गए अतीक अहमद को साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है. अतीक बेहद डरा हुआ है. जब भी उसे मीडिया से बात करने का मौका मिल रहा वो अपना डर जता रहा है. उसने कहा कि माफियागीरी खत्म हो चुकी है, अब बस उसे रगड़ा जा रहा है.

राजू पाल मर्डर केस में भी आरोपी है अतीक और अशरफ

साबरमती जेल से अतीक को लाया जा रहा है तो बरेली जेल से अशरफ को.  माफिया अतीक अहमद के गुनाहों के साथ साथ खालिद अज़ीम उर्फ अतीक अहमद की क्राइम कुंडली भी नत्थी चली आ रही है. 2005 के राजू पाल मर्डर केस में भी अतीक अहमद और अशरफ मुख्य आरोपी हैं तो 2006 के उमेश अपहरण कांड में भी अतीक और अशरफ आरोपी थे. 

उमेश पाल मर्डर केस में भी आरोपी है 

हालांकि अपहरण कांड में अशरफ बरी हो चुका है, लेकिन 2023 के उमेश पाल हत्याकांड में एक बार फिर अतीक अहमद और अशरफ के गुनाहों की फाइल नत्थी होकर अदालत तक पहुंचने वाली है. अतीक का सफर करीब 1300 किलोमीटर लंबा और दो दिनों का होता है जबकि अशरफ का सफर करीब साढ़े चार सौ किलोमीटर का ही होता है.

Advertisement

दहशत में अतीक और अशरफ

पिछली बार सबसे पहले अशरफ ने ही अपनी हत्या की आशंका जतानी शुरू की थी इस बार तो अतीक अहमद को जब मौका मिल रहा है वो अपनी हत्या की आशंका जताने से बाज नहीं आ रहा है. अतीक और अशरफ दोनों भाइयों को आज मौत से डर लग रहा है. हर पल किसी हादसे का खौफ है. एक-एक पल दहशत के साये में गुजर रहा है. 

 

Advertisement
Advertisement