
देश के कोने-कोने से श्रद्धालु महाकुंभ पहुंच रहे हैं. प्रयागराज आने वाली ट्रेनें खचाखच भरी हैं, बसें भी फुल हैं. प्राइवेट वाहनों की तो भरमार है. हालात ऐसे हो गए कि प्रयागराज के साथ-साथ उसके आसपास के जिले भी जबरदस्त ट्रैफिक जाम की समस्या से दो-चार हो रहे हैं. जिले तो जिले दूसरे स्टेट के बॉर्डर पर भी गाड़ियों की लंबी कतार देखी जा सकती है. पुलिस को अपील करनी पड़ रही है कि लोग अभी महाकुंभ की ओर आने से परहेज करें, लेकिन आस्था और श्रद्धा के आगे किसकी चली है.
इस बीच कुछ लोगों ने व्यवस्था पर सवाल उठाए तो कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें इन सबसे कोई दिक्कत नहीं है. उनका कहना है कि महाकुंभ में पवित्र स्नान के लिए इतना तो किया ही जा सकता है. चलना तो पड़ेगा ही.

कुछ श्रद्धालुओं के मुताबिक, ट्रेन में जबरदस्त भीड़ है, पैदल बहुत चलना पड़ रहा है, जाम की भी समस्या हो रही है, साधन नहीं मिल रहा. वहीं, कुछ श्रद्धालुओं के अनुसार, इसका कोई अफसोस नहीं है. मां गंगा में आस्था है और वह हम लोगों की रक्षा करेंगी. किसी भी प्रकार का कोई डर नहीं है, सब सुगमता चल रहा है.
जब संगम की ओर जा रहे श्रद्धालुओं से पूछा गया आपको पैदल बहुत चलना पड़ेगा, तो इस पर उनका कहना था मां गंगा में गहरी आस्था है, सारी थकान दूर हो जाएगी. कोई फिक्र नहीं, कोई समस्या नहीं, सब बढ़िया है, पवित्र स्नान के लिए इतना तो बनता है. उन्होंने यह भी कहा कि सब साधन है, बस आपको थोड़ा खोजना होगा.

महाकुंभ आए एक श्रद्धालु ने ऑन कैमरा कहा कि जब घर में 4 लोग होते हैं तो मतभेद होता है, यहां तो करोड़ों लोग आए हैं. अलग-अलग बातें तो होंगी ही. हालांकि, इंतजाम अच्छे हैं. भीड़ इतनी है तो कुछ एडजस्ट करना होगा. बाहर सड़क पर जाम होगा, मेला क्षेत्र में हालात सामान्य हैं.
आपको बता दें कि महाकुंभ के तीन बड़े स्नान पर्व समाप्त हो गए हैं. माघ पूर्णिमा और महाशिवरात्रि का स्नान बचा है. लेकिन श्रद्धालु अभी भी संगम में पूरी आस्था के साथ डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं. प्रयागराज समेत वाराणसी, अयोध्या के रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन लोगों से भरे हुए हैं.
प्रयागराज महाकुंभ में यात्री भारी संख्या में कई जिलों से होते हुए पहुंच रहे हैं. ऐसे में प्रयागराज के आस-पास कई जिलों में भारी जाम लग गया है. बीती शाम कौशांबी के कोखराज बाईपास पर डायवर्जन के चलते हाईवे पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई. कौशांबी की तरह रायबरेली, भदोही, कानपुर, फतेहपुर, जौनपुर, मिर्जापुर आदि जिलों के हाइवे का भी यही हाल है. दिल्ली, एमपी, बिहार बॉर्डर पर भी भारी भीड़ देखने को मिल रही है.