उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में एक चौंकाने वाला घटना क्रम सामने आया है, जहां एक वकील ने लालच और धोखाधड़ी के चलते दंपति की हत्या की साजिश रची और उनके तीन बेटों को ही अपराध में शामिल कर लिया. पुलिस ने वकील प्रभाकर त्रिपाठी उर्फ रिंकू और मृतक दंपति के तीनों बेटों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. मृतकों की पहचान 80 साल के रोशन खान और उनकी 60 साल की पत्नी वसीला के रूप में हुई है.
घटना 22 और 23 नवंबर की दरमियानी रात की है. पुलिस अधीक्षक राहुल भाटी के अनुसार, रोशन खान का शव उनके घर से बरामद हुआ जबकि वसीला का शव घर के पास झाड़ियों में पड़ा मिला. पोस्टमॉर्टम में खुलासा हुआ कि उनकी हत्या बांस की लाठी से गला घोंटकर की गई थी.
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि वकील प्रभाकर त्रिपाठी ने एक षड्यंत्र के तहत दंपति की इकौना स्थित तीन दुकानों पर धोखे से कब्जा कर लिया था. अगस्त में रोशन खान ने ये दुकानें अपने नाम से पत्नी वसीला के नाम ट्रांसफर की थीं. उसी दिन वकील ने वसीला को 10 लाख रुपये का चेक दिखाकर एक फर्जी बिक्री विलेख पर हस्ताक्षर करा लिए. बाद में उसने इन दुकानों को लगभग 80 लाख रुपये में बेच दिया.
जब वसीला को धोखे का पता चला तो उन्होंने जिला कोर्ट और हाई कोर्ट में विलेख रद्द करने की याचिका दायर की. उन्होंने थाना इकौना में भी शिकायत दी, लेकिन उस समय एफआईआर दर्ज नहीं की गई. इसी बीच वकील यह अंदाजा लगा रहा था कि कानूनी कार्रवाई उसे फंसा सकती है, इसलिए उसने दंपति के बेटों को अपने पक्ष में कर लिया.
रोशन खान के पहले विवाह से दो बेटे- हसीब खान और नसीब खान- थे, जबकि वसीला के पहले विवाह से पुत्र मुसिब खान है. पुलिस के मुताबिक, वकील ने एक बेटे को मोटरसाइकिल और 10 लाख रुपये देने का लालच दिया जबकि अन्य बेटों को भी आर्थिक फायदे का आश्वासन दिया.
इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, गवाहों के बयान और पूछताछ के आधार पर पुलिस ने वकील की साजिश की पुष्टि की. तीनों बेटों ने स्वीकार किया कि उन्होंने माता-पिता को सोते समय बांस की लाठी से गला घोंटकर मार डाला. पुलिस ने 23 नवंबर को मुकदमा दर्ज किया और सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जांच में यह भी सामने आया कि वकील त्रिपाठी पर पहले से धोखाधड़ी का केस दर्ज है, जबकि हसीब खान पर मारपीट का मामला चल रहा है. पुलिस मामला दर्ज कर आगे की जांच कर रही है.