उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के नजीबाबाद में 21 दिसंबर को समीर नामक युवक की हत्या कर दी गई. समीर अपनी चचेरी बहन से जबरन प्रेम संबंध बनाना चाहता था और मना करने पर भी बाज नहीं आ रहा था. परेशान होकर उसके सगे चाचा रफीक ने दिल्ली के दोस्त जैनुल को 20 लाख रुपये की सुपारी दी. हत्यारों ने पहले तांत्रिक के जरिए समीर का ब्रेनवाश करने की कोशिश की, फिर नाकाम होने पर मफलर से गला घोंटकर उसे मार डाला. आरोपियों ने हत्या को दुर्घटना दिखाने के लिए लाश और बाइक हाईवे किनारे फेंक दी थी.
इंस्टाग्राम पर 'हसीन लड़की' बनकर बिछाया जाल
समीर को रास्ते से हटाने के लिए मुख्य आरोपी जैनुल ने एक लड़की के नाम पर फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बनाई. वह समीर से लड़की बनकर बातें करने लगा और उसे मिलने के लिए नजीबाबाद बुलाया. समीर जब अपनी बाइक से वहां पहुंचा, तो जैनुल और उसके साथियों ने उसे यह कहकर कार में बैठा लिया कि लड़की बस आने ही वाली है. जैसे ही समीर कार की पिछली सीट पर बैठा, आरोपियों ने मफलर से गला घोंटकर उसकी जान ले ली.
तांत्रिक भी हुआ फेल, फिर बनाई मौत की योजना
पुलिस जांच में सामने आया कि हत्या से पहले समीर के चाचा ने नजीबाबाद के एक तांत्रिक अरशद की भी मदद ली थी. तांत्रिक ने तंत्र-क्रिया के जरिए समीर का मन लड़की से हटाने की कोशिश की, लेकिन जब यह प्रयास विफल हो गया, तो हत्या का रास्ता चुना गया. चाचा ने इस काम के लिए 5 लाख रुपये एडवांस भी दिए थे. पुलिस ने घटना में इस्तेमाल कार और समीर का टूटा हुआ मोबाइल फोन तालाब से बरामद कर लिया है.
चाचा और भाई गिरफ्तार, सुपारी किलर फरार
एसपी सिटी कृष्ण गोपाल सिंह के अनुसार, मोबाइल कॉल डिटेल ने इस पूरी साजिश का पर्दाफाश किया. पुलिस ने मृतक के चाचा रफीक, दो चचेरे भाइयों (राहत और रफत) और तांत्रिक अरशद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. हालांकि, सुपारी लेने वाला जैनुल और उसके दो साथी आरिफ और सलीम अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश में दबिश दी जा रही है. पुलिस ने साफ किया कि चाचा ने अपनी बेटी को बचाने के लिए यह खौफनाक कदम उठाया था.