बांदा जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने एम्बुलेंस सेवा पर सवाल खड़े कर दिए हैं. बबेरू तहसील के मर्का थाना क्षेत्र में रहने वाले देवराज गंभीर बीमारी से पीड़ित थे. उनकी हालत अचानक बिगड़ गई. परिजनों ने 108 एम्बुलेंस सेवा को फोन मिलाने की कोशिश की, लेकिन बारिश और नेटवर्क समस्या के कारण कॉल कनेक्ट नहीं हो सकी.
देवराज के जीजा हरि ने बताया कि उन्हें फोन पर सूचना मिली कि साले की हालत गंभीर है. वह तुरंत पहुंचे और अपनी जुगाड़ गाड़ी में बैठाकर 62 किलोमीटर दूर जिला अस्पताल बांदा लेकर आए. उन्होंने कहा कि इंतजार करता तो देवराज की जान बचाना मुश्किल हो सकती थी.
जुगाड़ गाड़ी से मरीज को अस्पताल पहुंचाया
अस्पताल पहुंचने पर देवराज का इलाज शुरू किया गया. उनका कोई नजदीकी परिजन मौजूद नहीं था. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोग स्वास्थ्य विभाग से सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर 108 एम्बुलेंस सेवा जरूरत के समय क्यों नहीं मिल पाती.
लखनऊ से ऑपरेट होती है एम्बुलेंस सेवा
सीएमओ बांदा विजेंद्र सिंह ने कहा कि मरीज ने 108 पर फोन किया होगा, लेकिन कॉल लखनऊ तक नहीं पहुंची होगी. यह सेवा एक अलग संस्थान द्वारा संचालित होती है और लखनऊ से ऑपरेट होती है. उन्होंने मरीज को बेहतर इलाज देने के निर्देश दिए हैं.