बहराइच में भेड़ियों को पकड़ने के लिए युद्ध स्तर पर कंबिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है. जगह-जगह ट्रैप, कैमरे, ड्रोन और शार्प शूटरों को लगाया गया है. फिर भी वन विभाग के हाथ खाली है. भेड़ियों को पकड़ने के लिए लगाए गए जाल में अब सियार फंस जा रहे हैं. इससे भेड़ियों को ट्रैप करने के मंसूबे पर पानी फिर जा रहा है.
बहराइच में आदमखोर भेड़ियों से निजात पाने के लिए उन्हें मारने तक के आदेश दे दिये गए हैं. जगह-जगह शार्प शूटर्स भेड़ियों के निशान खोजकर घंटों उनकी ताक में बैठे रह रहे हैं. फिर भी आदमखोर हाथ से निकल जा रहा है. वैसे कुछ भेड़ियों को पकड़ने में सफलता मिली है. लेकिन, हमला अब भी रुका नहीं है. इसलिए परेशानी कम नहीं हो रही है.
ड्रोन में दिखा था भेड़िया
अब भेड़िये को पकड़ने वाले जाल में सियार फंस जाने से थोड़ी निराशा भी हुई. क्योंकि इस तरह से पूरी टीम की घंटों की मेहनत बेकार चली गई. वन विभाग के ट्रैकर्स और शॉर्प शूटर्स ने आज तक से की ऑपरेशन को लेकर बातचीत में बताया कि ड्रोन से भेड़िया जैसा कुछ दिखा था. इसके बाद जाल और शार्प शूटर लेकर ढूंढने गए.
4 घंटे के सर्च ऑपरेशन पर फिरा पानी
ड्रोन से जिस इलाके में भेड़िये नजर आए थे. वहां करीब 4 घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया गया. इतनी देर तक भेड़िये की खोज के बाद वहां जाल में सियार हाथ लगा. इस कारण लोगों को थोड़ी निराशा भी हुई, लेकिन अब एक बार फिर नए सिरे से आदमखोर भेड़ियों की तलाश शुरू की जाएगी. क्योंकि भेड़ियों के आतंक से इलाके के लोग त्राहिमाम हो चुके हैं.
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350 मीटर तक फायर कर सकती है बंदूक
ऑपरेशन भेड़िया में शामिल हुए शार्प शूटरों ने बताया उन्हें मिले बंदूकों के बारे में भी बताया. शार्प शूटर ने कहा कि यह बंदूक 350 मीटर दूर तक फायर कर सकती हैं. शार्प शूटर सुरेश वर्मा ने बताया उनका 8 से 9 साल का अनुभव है. उन्हें यहां आदमखोर भेड़िये को मरने के लिए लगाया है. लेकिन आज भेड़िये के बदले सियार मिल गया.