
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुई मॉब लिंचिंग के मामले में पुलिस एक्शन मोड में है. पुलिस ने हिंदूवादी संगठन से जुड़े दर्जन भर से अधिक लोगों के खिलाफ सख्त धाराओं में FIR दर्ज की है. इनमें से तीन नामजद- विजय गुप्ता, विजय बजरंगी और लवकुश को गिरफ्तार कर लिया गया है. अब पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. आइए जानते हैं पूरी कहानी...
आपको बता दें कि अलीगढ़ के अलहदादपुर में 25 मई को खुद को गौरक्षक बताने वाले हिंदूवादी संगठनों के लोगों ने कदीम, अली और अरबाज सहित चार युवकों को बेरहमी से पीटा था. साथ ही उनके ट्रक में आग लगा दी थी. कथित गौरक्षकों का आरोप था कि युवक अपनी गाड़ी से प्रतिबंधित मीट लेकर जा रहे थे.
अगर पुलिस फोर्स देर से पहुंचती तो लहूलुहान पीड़ितों की जान भी जा सकती थी. कथित गौरक्षकों ने घायल युवकों को मौके से ले जाने से रोकने की कोशिश भी की. हालांकि, पुलिसकर्मियों ने एंबुलेंस का बहाना बनाकर घायलों को किसी तरह से दूसरी गाड़ी से निकालकर अस्पताल पहुंचाया.

फिलहाल, जांच में खुलासा हुआ कि बीते शनिवार को हिंसक भीड़ का शिकार बने युवक मीट व्यापारी थे और उनके पास वैध लाइसेंस भी था. वे अल-तबारक मीट फैक्ट्री से मीट ला रहे थे. उनके पास से फैक्ट्री की रसीद भी मिली है. जांच में यह भी पता चला है कि मीट व्यापारियों पर हमला अचानक नहीं हुआ था. इस हमले की पहले से साजिश रची जा रही थी. 50 हज़ार रुपये वसूली के लिए मीट ले जा रही गाड़ी पर हमला किया गया था. इससे पहले उसका पीछा किया गया.
जानकारी के मुताबिक, अलीगढ़ पुलिस को अलहदादपुर स्टेडियम के पास बवाल की खबर मिली थी. जब मौके पर फोर्स पहुंची तो पुलिसकर्मियों ने देखा कि आक्रोशित भीड़ ने चार युवकों को घेर रखा है, जिनमें गंभीर रूप से घायल 3 युवक एक प्लॉट की दीवार से टेक लगाए बैठे थे और चौथा पीआरवी गाड़ी के पास पड़ा है. लहूलुहान हालत में दीवार से सटे युवकों को भीड़ ने घेर रखा था, वहीं पीआरवी के सिपाही किसी तरह घायल युवक की रक्षा कर रहे थे.
फिलहाल, आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रयास, डकैती, वसूली जैसी गंभीर धाराओं में एफआईआर कराई गई है. इसमें 13 नामजद व 20-25 अज्ञात हैं. आज तीन नामजद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. एक नामजद फरार है. पूरा मामला जिले के हरदुआगंज थाना इलाके का है.