अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे लगभग सामने आ चुके हैं. ट्रंप दूसरी बार राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं. उन्होंने डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस को मात देकर इतिहास रच दिया है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या हंसी-मजाक की वजह से कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद का मौका गंवाना पड़ा? दरअसल, पूरे चुनाव अभियान के दौरान कमला हैरिस का खिलखिलाकर हंसना एक विवादास्पद मुद्दा बना रहा. डोनाल्ड ट्रंप और उनके समर्थकों ने उनकी आलोचना की थी.
दरअसल, हैरिस की हंसी पहली बार तब चर्चा का विषय बनी जब उन्होंने 2020 में जो बाइडेन को राष्ट्रपति बनने पर बधाई दी थी. हैरिस ने हंसते हुए कहा था, "जो, हम जीत गए."
सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे तुरंत नोटिस किया. लेकिन हैरिस के राष्ट्रपति अभियान के शुरू होने के बाद ही यह चुनावी मुद्दा बन गया. सोशल मीडिया पर हैरिस की हंसी के कई स्निपेट और मोंटाज अपलोड किए गए. ट्रंप समर्थकों ने उन्हें 'Laughing Kamala' कहकर मज़ाक उड़ाया. डोनाल्ड ट्रंप ने भी हैरिस पर कटाक्ष किया था. उन्होंने कहा था, "मैं उन्हें हंसती कमला कहता हूं. क्या आपने कभी उन्हें हंसते हुए देखा है? वह पागल हैं. आप जानते हैं, आप उनकी हंसी से बहुत कुछ बता सकते हैं. नहीं, वह पागल हैं."
कई अन्य लोग भी इस बात से चिंतित थे कि उनकी हंसी राष्ट्रपति पद के लिए कितनी सही है. अन्य ट्रंप समर्थकों ने भी हैरिस की हंसी की आलोचना की है.
टिप्पणीकार टीना मैकक्वीन ने 2023 में स्काई न्यूज़ ऑस्ट्रेलिया पर कहा था, "महिला लगातार इस हास्यास्पद हंसी को हंसती रहती है. मुझे नहीं पता कि वह कौन सी दवा ले रही हैं, या क्या उन्हें हर समय इतना खुश रखता है, लेकिन वह एक बहुत ही शर्मनाक शख्सियत हैं और उन्होंने महिलाओं के लिए कोई उपकार नहीं किया है."
हार के बाद कमला हैरिस की हंसी फिर चर्चा में
अभी भी राष्ट्रपति चुनाव के बाद लोग उनकी हंसी पर चर्चा कर रहे हैं. एक्स पर एक ट्रंप समर्थक ने लिखा, "वॉर रूम में कमला हैरिस के कर्मचारी उनकी हार के दौरान उनकी हंसी से तंग आ चुके हैं."
एक्स पर एक अन्य ने लिखा, "बधाई ट्रंप, बधाई जेडी वेंस, बधाई रिपब्लिकन, बधाई यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका. माफ करें डेमोक्रेट, यहां कमला की हंसी का संकलन है."
द न्यू यॉर्क टाइम्स ने रिपोर्ट किया था कि कमला हैरिस भी राजनीति में प्रवेश करने के बाद अपने इस पक्ष को दिखाने से आशंकित थीं. उनकी टीम ने उन्हें प्रामाणिक होने की सलाह दी.
हालांकि जब अमेरिका में अन्य कार्यालयों की बात आती है तो यह ठीक हो सकता है. पता चला, राष्ट्रपति बनने के साथ ऐसा नहीं है.
एक एक्स यूजर ने लिखा, "वह सचमुच 20 सेकंड तक लगातार हंसती रहीं. मैं उनके 4 साल और होने की कल्पना भी नहीं कर सकता."
वहीं अन्य लोगों ने इसे सवालों से बचने के लिए उनका बचाव तंत्र बताया.
एक एक्स हैंडल ने लिखा, "जब उनसे मुश्किल या असहज सवाल पूछे जाते हैं, जैसे कि क्या वह समाजवादी हैं, तो कमला हैरिस बचाव तंत्र के तौर पर हंसती हैं."
अंत में, यह ट्रंप की नीतियां और राजनीति ही थी जिसने चुनाव को उनके हाथों में सौंप दिया और कमला हैरिस आखिरी हंसी नहीं हंस पाईं. हालांकि हंसी को दोष नहीं दिया जा सकता है, लेकिन यह वही है जो हैरिस अभियान से खुशी और हंसी के चले जाने के बाद फिर से याद आ गई.