आपने जासूसी करने वाले इंसानों के बारे में सुना होगा. लेकिन क्या कभी जासूसी करने वाली गाय के बारे में सुना है? एक देश पर कुछ ऐसा ही करने का आरोप लगा है. जासूसी करने वाली इन गायों को Spy Cows कहा जा रहा है. दावा है कि इसके लिए बाकायदा इन गाय को ट्रेनिंग दी जाती है. इनका काम ग्रामीणों पर नजर रखना है. इस बात की जानकारी एक शख्स ने दी है. डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, उसने कहा कि गाय को जासूसी के लिए इस्तेमाल करने वाला देश इजरायल है. वो फिलीस्तीन के ग्रामीणों की निगरानी कराता है.
फिलिस्तीनी प्राधिकरण के समर्थन वाले 'अल-हयात अल-जदीदा' अखबार ने दावा किया कि खिरबेट यानुन गांव के बुजुर्ग रुश्द मोरार को एक गाय घूमती हुई मिली थी. उसने स्थानीय मीडिया को बताया कि ये 'जासूस गाय' है. इजरायल उसकी और उसके साथी स्थानीय लोगों की जासूसी करने के लिए इनकी 'भर्ती कर रहा है और प्रशिक्षण' दे रहा है. उसने कहा कि खिरबेट यानुन में बड़ी और छोटी हर चीज पर नजर रखने के लिए गाय की गर्दन पर एक मेडल जैसी चीज लटकाई जाती है. जिस पर सुनने और रिकॉर्ड करने वाला डिवाइस होता है और कभी-कभी कैमरे भी लगे होते हैं.'
उसने आगे बताया, 'लोगों के साथ तरह-तरह के अपराध हो रहे हैं. वो अपने युद्ध में जो साधन अपनाते हैं, वे असीमित हैं. हत्याओं से लेकर सड़कों पर कार टकराने की घटनाओं तक, फसलों को जलाने, पेड़ों को उखाड़ने और जमीन छीनने से लेकर किसानों की जमीन की तरफ जंगली सूअर छोड़ने तक.' ये दावा मूल रूप से जनवरी 2023 में सामने आया था लेकिन इस हफ्ते फिर से किसी और ने यही दावा किया है. बता दें, इस वक्त गजा में इजराइल और हमास आतंकवादी समूह के बीच युद्ध जारी है. वहीं खिरबेट यानुन गांव वेस्ट बैंक के ठीक मध्य में स्थित है.
हालांकि सोशल मीडिया पर लोगों ने ग्रामीण बुजुर्ग के इस दावे को फर्जी बताया है. उनका कहना है कि गाय की गर्दन में मौजूद डिवाइस ट्रैकर हो सकता है. एक यूजर ने मजाक में कहा, 'ऐसा लग रहा है मानो वही सब निगरानी करने निकली हों.' एक अन्य यूजर ने लिखा, 'इजरायल डेयरी फोर्सेज की कुख्यात जासूसी यूनिट.'