चीन में बढ़ते HMPV मामलों ने अब यूके में भी चिंता का माहौल बना दिया है. हाल ही में सामने आई रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रिटेन में HMPV के मामलों में पिछले महीने दोगुना इजाफा हुआ है. इस वायरस के फैलने का सबसे बड़ा असर बच्चों पर पड़ रहा है, खासकर पांच साल से कम उम्र के बच्चों में.
डेली मेल की न्यूज के मुताबिक, यूके के स्वास्थ्य विशेषज्ञ अब चीनी अधिकारियों से अनुरोध कर रहे हैं कि वे इस वायरस के फैलने से संबंधित अहम जानकारी साझा करें ताकि वैश्विक स्तर पर इसे नियंत्रित किया जा सके.
ब्रिटेन में क्यों बढ़ रहे हैं HMPV के मामले?
मिरर न्यूज की रिपोर्ट कहती है यूके में इस वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. हाल के आंकड़ों के अनुसार, अब हर 20 में से एक सांस संबंधी बीमारी HMPV से जुड़ी हो सकती है. जनवरी 2024 तक, HMPV से संक्रमित लोगों का प्रतिशत 4.53 तक पहुंच गया है, जो अक्टूबर से दिसंबर तक 4.18 था.
हालांकि, यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (UKHSA) ने इसे धीमी रफ्तार पर बताया है और कहा कि यह सर्दी के मौसम के दौरान आमतौर पर देखने को मिलता है. बावजूद इसके, यूके के अस्पतालों में इस वायरस को लेकर बढ़ती चिंता ने लोगों को सतर्क कर दिया है.
क्या चीन दुनिया से कुछ छिपा रहा है
ब्रिटेन और अन्य देशों के स्वास्थ्य विशेषज्ञ अब चीन से इस वायरस के फैलने के कारणों और इसके इलाज के बारे में जानकारी मांग रहे हैं. डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक,यूके के स्वास्थ्य विशेषज्ञ कह रहे हैं कि चीन को दुनिया के सामने सच रखना चाहिए. यूके के कुछ वायरस विशेषज्ञों ने इस मामले में चीन से पारदर्शिता की मांग की है. चीन में बढ़ते मामलों के बीच, अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या HMPV वाकई वैश्विक स्तर पर महामारी का रूप ले सकता है या फिर यह सिर्फ एक मौसमी वायरस है, जिसका असर सीमित रहेगा.
सोशल मीडिया पर भी दिखा असर
ब्रिटेन में HMPV के बढ़ते मामलों का असर सोशल मीडिया पर भी दिखने लगा है. जहां एक तरफ लोग इस वायरस के फैलने से चिंतित हैं, वहीं कुछ यूजर्स का गुस्सा चीन पर भी फूट पड़ा है. यूके में HMPV के मामलों में हुई अचानक बढ़ौतरी ने लोगों को एक बार फिर से चीन के जवाबदेही पर सवाल उठाने पर मजबूर कर दिया है. सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि चीन जो भी सच है, उसे दुनिया के सामने लाओ.
कई लोग इस वायरस के मामलों को लेकर चीन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. इसे कोरोना महामारी के बाद एक और विश्वव्यापी खतरे के रूप में देख रहे हैं. कुछ यूजर्स ने तो यह भी कहा कि चीन ने कोरोना के दौरान भी कुछ ऐसा ही किया था, और अब HMPV के मामले सामने आ रहे हैं. जिसका नतीजा पूरी दुनिया चुकाई थी.