नाइट शिफ्ट में काम करने वाले पुरुष कैंसर के खतरे से घिरे रहते हैं. हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक शोध में पाया है कि नाइट शिफ्ट में काम करने वाले पुरुषों को विभिन्न प्रकार का कैंसर होने का खतरा काफी अधिक रहता है.
नाइट शिफ्ट और प्रोस्टेट, कोलोन, फेफड़े, मूत्राशय, गुदा, पैनक्रियाज कैंसर और लिमफोमा के बीच संभावित संबंध के सबूत उपलब्ध कराने वाली यह अपने किस्म की पहली रिपोर्ट है.
अध्ययन रिपोर्ट की प्रमुख शोधकर्ता प्रोफेसर मैरी ऐलिस पेरेंट ने बताया, 'रात के समय प्रकाश के संपर्क में आने से निद्रा हार्मोन मेलाटोनिन का उत्पादन कम हो जाता है, जिससे मनोचिकित्सकीय बदलाव आते हैं जो ट्यूमर के जन्म को प्रोत्साहित कर सकते हैं.'
पेरेंट ने एक बयान में कहा कि रात में प्रकाश की गैर मौजूदगी में आधी रात के समय इस हार्मोन का आदतन स्राव होता है और यह हार्मोनों की कार्यप्रणाली तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है. यह अध्ययन रिपोर्ट 'अमेरिकन जर्नल ऑफ एपीडिमियोलोजी' में प्रकाशित हुई है.