अमेरिका की मैरीलैंड यूनिवर्सिटी में किए गए एक रिसर्च से सामने आया है कि दुनिया के सबसे बड़े रेगिस्तान का दायरा 10 फीसदी से अधिक बढ़ गया है. ये स्टडी पिछले 100 साल के आंकड़ों पर की गई. रिपोर्ट के मुताबिक, 100 साल में 9 लाख वर्ग किमी क्षेत्रफल बढ़ा है.
इसके पीछे ग्लोबल वार्मिंग को वजह बताया गया है. रिसर्च करने वालों का कहना है कि धरती का तापमान बढ़ने की वजह से अन्य रेगिस्तान का क्षेत्रफल भी बढ़ा है.
रिसर्चर्स ने 1920 से 2013 के बीच हुई मौसमी बारिश का एनालिसिस किया. रिसर्च में पाया गया कि सहारा के आसपास के कई इलाके पहले रेगिस्तान नहीं थे, लेकिन अब पूरी तरह बदल गए हैं.
रिसर्च में यह भी सामने आया है कि अफ्रीका में गर्मी बढ़ रही है. इससे अफ्रीकी लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. कृषि पर भी असर पड़ रहा है और इसका परिणाम दुनियाभर में दिखेगा. कुछ इलाकों में 93 सालों में 16 फीसदी तक रेगिस्तान के क्षेत्र में बढ़ोतरी देखने को मिली.
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हालांकि, दुनिया के सबसे गर्म रेगिस्तान सहारा में जनवरी में बर्फबारी हुई थी. सहारा का प्रवेश द्वार माने जाने वाले उत्तरी अल्जीरिया के ऐन सफेरा में लाल रेत पर जब सफेद बर्फ ने डेरा जमाया था. 16 इंच तक बर्फबारी हुई थी. ऐन सेफरा दुनिया के सबसे गर्म मरुस्थल यानी रेगिस्तान सहारा का प्रवेश द्वार माना जाता है. उत्तरी अल्जीरिया के ऐन सेफरा में 40 साल में ऐसा नजारा तीसरी बार दिखा था. करीब 38 साल पहले फरवरी 1979 में यहां कुछ घंटे तक बर्फबारी हुई थी.