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मां का कर्ज नहीं, मां की EMI चुका रहा 7 साल का ये बच्चा!

महीने के आखिर में बच्चे को अपने बिल चुकाने होते हैं. इनमें रेंट, उसके कमरे का बिजली का खर्च और आईपैड पर खर्च हुआ डेटा का बिल शामिल होता है.

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(पैरेंटिंग को लेकर महिला ने छेड़ी बहस, फोटो साभार- TikTok/@craftedandcrazy)
(पैरेंटिंग को लेकर महिला ने छेड़ी बहस, फोटो साभार- TikTok/@craftedandcrazy)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बच्चे को मेहनताने के रूप में एक डॉलर मिलता है रोज
  • महीने के आखिर में बच्चा चुकाता है किराया और बिजली बिल

एक महिला ने पैरेंटिंग के नए तरीके को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है. अमेरिका के फ्लोरिडा की रहने वाली इस महिला का कहना है कि वह अपने 7 साल के बेटे से घर का किराया, बिजली का बिल और इंटरनेट डेटा का खर्च भी वसूलती है. लेकिन 7 साल के बच्चे के पास पैसा आता कहां से है? इस पर महिला का कहना है कि वह खुद बेटे को 'सैलरी' देती है, लेकिन इसके लिए उसे घर के छोटे-मोटे काम करने होते हैं. 

महिला का @craftedandcrazy नाम से टिकटॉक पर अकाउंट है और उसने एक वीडियो में पूरी कहानी शेयर की है. यह वीडियो वायरल हो गया है. महिला का कहना है कि बेटे को रोज घर के काम करने पड़ते हैं और इसके लिए टास्क की एक लिस्ट बना दी गई है. अगर बच्चा लिस्ट में मौजूद सभी टास्क को पूरा कर लेता है तो उसे एक दिन के मेहनताने के रूप में एक डॉलर (74 रुपये) मिलता है. 

महीने के आखिर में बच्चे को अपने बिल चुकाने होते हैं. इनमें रेंट, उसके कमरे का बिजली का खर्च और आईपैड पर खर्च हुआ डेटा का बिल शामिल होता है. महिला का कहना है कि वह पैरेंटिंग के इस तरीके से बच्चे को पैसे का महत्व समझा रही है. महिला का कहना है कि बिल भरने के बाद बाकी पैसों को बच्चा अपने शौक पर खर्च कर सकता है. 

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सोशल मीडिया पर महिला ने छेड़ी बहस

लेकिन महिला यह भी खुलासा करती है कि बेटा बिल के रूप में जो पैसा देता है, वह उसे खर्च नहीं करती, बल्कि बच्चे के लिए ही एक सेविंग अकाउंट में जमा कर देती है.

सोशल मीडिया पर पैरेंटिंग की ये कहानी सामने आने के बाद बहस छिड़ गई है. कई लोगों ने महिला की तारीफ की है, वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि बच्चा को बच्चा ही रहने देना चाहिए. जिंदगी में आगे चलकर तो उसे पैसों का स्ट्रेस लेना ही है. 

वीडियो पर कमेन्ट में एक यूजर ने लिखा कि कई लोग वयस्क हो जाने के बाद भी पैसे का महत्व नहीं समझते, ऐसे में यह तरीका काफी अच्छा है. वहीं, एक अन्य व्यक्ति ने सलाह दी कि इस पैरेंटिंग को अब अगले लेवल पर ले जाना चाहिए और बच्चा समय पर बिल न भरे तो लेट फीस भी ली जानी चाहिए. 

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