क्या एक्सट्रा मैरिटियल अफेयर को बिजनेस बनाया जा सकता है? समाज के पारंपरिक मानदंडों के मुताबिक यह सही नहीं माना जाता, लेकिन अमेरिका में एक डेटिंग प्लेटफॉर्म ने इसे सफल बिजनेस मॉडल बना दिया है. Ashley Madison नाम की यह डेटिंग वेबसाइट खासतौर पर शादीशुदा लोगों के लिए डिजाइन की गई है. यह प्लेटफॉर्म उन लोगों को जोड़ने का काम करता है जो अपनी शादीशुदा जिंदगी के बाहर किसी रोमांटिक या शारीरिक रिश्ते की तलाश में होते हैं.
Ashley Madison की प्रवक्ता इसाबेला माइज ने हाल ही में डेली स्टार से बातचीत में इस प्लेटफॉर्म के क्लाइंट्स और उनकी जरूरतों के बारे में खुलासा किया. उनका कहना है कि शादीशुदा पुरुष और महिलाएं, दोनों ही अपने रिश्तों के बाहर अफेयर की तलाश में आते हैं, लेकिन उनके कारण अलग-अलग हो सकते हैं.
इसाबेला का मानना है कि अफेयर को हमेशा नकारात्मक नजरिए से देखा जाता है, लेकिन इसके पीछे कई बार लोग अपने रिश्ते को बचाने की मंशा रखते हैं. उन्होंने बताया, अफेयर का मतलब रिश्ते को खत्म करना नहीं है. लोग इसे अपनी शारीरिक या भावनात्मक जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनाते हैं.
महिलाओं और पुरुषों के अफेयर की अलग वजहें
इसाबेला ने बताया कि महिलाओं के अफेयर के पीछे की वजहें पुरुषों से काफी अलग होती हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ मिसौरी की डॉ. एलिसिया वॉकर की स्टडी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं का एक्सट्रा मैरिटल अफेयर आमतौर पर अपने रिश्ते से बाहर निकलने के लिए नहीं होता. वे इसे शारीरिक संतुष्टि और नजदीकियों की कमी को पूरा करने का जरिया मानती हैं.
दूसरी ओर, पुरुष अक्सर अपने भावनात्मक संतुलन को बनाए रखने के लिए अफेयर करते हैं. हालांकि महिलाएं अपने पुराने रिश्ते को तोड़ना नहीं चाहतीं, लेकिन अपनी अधूरी जरूरतों को पूरा करने के लिए वे बाहर रिश्ते बनाने का फैसला करती हैं.
अमेरिका में बदलती सोच
हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में 16% लोग मानते हैं कि उन्होंने अपने साथी को धोखा दिया है. इसके बावजूद, लगभग 47% अमेरिकी ऐसे हैं जो धोखा देने वाले साथी को माफ करने के लिए तैयार रहते हैं.
Ashley Madison और अन्य स्रोतों से जुटाए गए डेटा के अनुसार, 67% यूजर्स और 30% अमेरिकी प्रतिभागियों ने शारीरिक संतुष्टि की कमी को अफेयर का सबसे बड़ा कारण बताया. वहीं, एक दूसरे से प्यार का खत्म होना अफेयर का सबसे कम आम कारण पाया गया.
रिश्ता खत्म नहीं, बस जिंदगी में बैलेंस बनाने की कोशिश
इसाबेला के मुताबिक, अफेयर को अब लोग रिश्ते के अंत के रूप में नहीं देखते. बल्कि, इसे अपनी शादीशुदा जिंदगी की अधूरी जरूरतों को पूरा करने का जरिया मानते हैं. उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान, जब जोड़े एक साथ अधिक समय बिताने लगे, तब इस सोच में बड़ा बदलाव आया.