scorecardresearch
 

परमाणु मिसाइल के साथ किम जोंग ने खिंचवाई तस्वीर, कहा- प्योंगयांग केवल आत्मरक्षा में अपनी सेना बढ़ा रहा

किम ने उत्तर कोरिया की सबसे बड़ी मिसाइलों के साथ खड़े होकर यह घोषणा की कि प्योंगयांग केवल आत्मरक्षा में अपनी सेना बढ़ा रहा है न कि युद्ध शुरू करने के लिए. वहां की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए की एक रिपोर्ट के अनुसार, किम जोंग उन ने सोमवार को रक्षा विकास प्रदर्शनी में एक भाषण के दौरान यह टिप्पणी की.

Advertisement
X
परमाणु हथियार संग किम जोंग ने खिंचवाई तस्वीर (रॉयटर्स)
परमाणु हथियार संग किम जोंग ने खिंचवाई तस्वीर (रॉयटर्स)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • परमाणु हथियार संग किम ने खिंचवाई तस्वीर
  • किम ने अमेरिका को दी धमकी, कहा- आत्मरक्षा में बनाया है हथियार

उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग-उन ने परमाणु मिसाइल के बगल में पोज देकर अपनी तस्वीर खिंचवाई और चेतावनी दी कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया की "शत्रुतापूर्ण" नीतियां युद्ध का कारण बन सकती हैं.

किम ने उत्तर कोरिया की सबसे बड़ी मिसाइलों के साथ खड़े होकर यह घोषणा की कि प्योंगयांग केवल आत्मरक्षा में अपनी सेना बढ़ा रहा है न कि युद्ध शुरू करने के लिए. वहां की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए की एक रिपोर्ट के अनुसार, किम जोंग उन ने सोमवार को रक्षा विकास प्रदर्शनी में एक भाषण के दौरान यह टिप्पणी की.

किम देश की अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों (ICBM) सहित कई तरह के हथियारों के बगल में खड़े होकर पोज दे रहे थे. सत्तारूढ़ पार्टी के अखबार रोडोंग सिनमुन में इन तस्वीरों को प्रमुखता से छापा गया है.

किम ने हथियारों की प्रदर्शनी के बाद अपने भाषण में कहा, "हम किसी के साथ युद्ध पर चर्चा नहीं कर रहे हैं, बल्कि खुद युद्ध को रोकने और राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा के लिए युद्ध की रोकथाम को बढ़ाने के उपाय कर रहे हैं." उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया का मुख्य दुश्मन "युद्ध ही" है.

Advertisement

बता दें कि उत्तर कोरिया के तेजी से हथियार बनाने के बाद दक्षिण कोरिया भी इस रेस में कूद गया है. दोनों पक्षों ने तेजी से उन्नत कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों और अन्य हथियारों का परीक्षण किया है.

दक्षिण कोरिया ने हाल ही में अपनी पहली पनडुब्बी-प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है और अमेरिकी निर्मित F-35 स्टील्थ लड़ाकू विमान खरीदे हैं.

उत्तर कोरिया ने अपने मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाया है, और विश्लेषकों का कहना है कि उसने अपने मुख्य परमाणु रिएक्टर का एक बड़ा विस्तार शुरू कर दिया है, जिसका उपयोग परमाणु बमों के लिए ईंधन का उत्पादन करने के लिए किया जाता है.

वहीं अमेरिका ने उत्तर कोरिया से अपने संबंधों को लेकर कहा कि वह उत्तर कोरिया के साथ किसी भी समय कूटनीतिक बातचीत करने को तैयार है. वहीं इसके जवाब में प्योंगयांग ने कहा है कि उसे बातचीत में तब तक कोई दिलचस्पी नहीं है जब तक वाशिंगटन दक्षिण कोरिया में सैन्य गतिविधियों जैसी नीतियों को बनाए रखता है.

ये भी पढ़ें:

 

Advertisement
Advertisement