स्वीडन की क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग एम्सटर्डम में एक भाषण दे रही थीं, तभी वहां एक शख्स आया और उनके हाथ से माइक छीनने लगा. शख्स ने आरोप लगाया कि ग्रेटा ने क्लाइमेट रैली को राजनीति इवेंट में बदल दिया है. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. इसमें देखा जा सकता है कि ग्रेटा स्टेज पर भाषण दे रही हैं. तभी वहां एक शख्स आता है और उनके हाथ से माइक छीनने की कोशिश करता है.
दरअसल ग्रेटा ने स्टेज पर एक फलस्तीनी और एक अफगान महिला को बोलने के लिए आमंत्रित किया था. तभी ये शख्स वहां आ गया. उसने कहा, 'मैं यहां क्लाइमेंट पर हो रहे प्रदर्शन के लिए आया हूं, ना कि राजनीतिक दृष्टिकोण के लिए.' ग्रेटा ने स्टेज से कहा था, 'एक क्लाइमेट जस्टिव मूवमेंट के तौर पर हमें उनकी आवाज सुननी चाहिए, जिनका उत्पीड़न हो रहा है और जो आजादी और न्याय के लिए लड़ रहे हैं. अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता के बिना कोई क्लाइमेट जस्टिस नहीं हो सकता.'
इस दौरान ग्रेटा ने पारंपरिक फलस्तीनी स्कार्फ भी पहना हुआ था. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रैली में मौजूद लोग फलस्तीन के समर्थन में नारे लगा रहे थे. वहीं इस शख्स से जुड़ी कोई जानकारी सामने नहीं आई है. इससे पहले ग्रेटा थनबर्ग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा था कि वह गाजा के साथ खड़ी हैं. इस पर भी काफी विवाद हुआ. यहां तक कि इजरायल की सेना ने भी प्रतिक्रिया दी थी.
इजरायल के शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि देश के सिलेबस से ग्रेटा से जुड़े कंटेंट को हटा दिया जाएगा. नीदरलैंड में आम चुनाव करीब आ रहे हैं. बड़ी तादाद में लोग एम्सटर्डम में जलवायु परिवर्तन के खिलाफ एक्शन की मांग कर रहे हैं. पुलिस के अनुसार, करीब 70,000 लोग रैली में शामिल हुए. इनमें ग्रेटा थनबर्ग और पूर्व ईयू क्लाइमेट चीफ फ्रांस टिम्मरमन्स भी शामिल थे.