इस लड़की का कहना है कि ये भूतिया घर में पली बढ़ी है. यहां बहुत सी डरावनी घटनाएं देखने को मिलती हैं. अगर लोग इस बारे में सुन लें, तो घर के आसपास भी न आएं. लेकिन अमेरिका के वाशिंगटन में रहने वाली अमांडा पॉलसन के लिए ये सब सामान्य है. वो इसी घर में पली बढ़ीं. उनका कहना है कि इसी की वजह से उन्हें एक बड़ा फायदा हुआ है. अब वो भूतों के बारे में पता लगा सकती हैं. इसी से वो खूब पैसा भी कमा रही हैं. अमांडा पेशे से एक रिसर्चर और इन्वेस्टिगेटर हैं. वो पैरानॉर्मल चीजों पर काम करती हैं.
डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, अमांडा ने बताया कि उन्हें सबसे पहले भूतों में दिलचस्पी कब आई. वो कहती हैं, 'मुझे पहला अनुभव तब मिला, जब मैं सात साल की थी. मैं मोंटाना में भूतिया घर में रहती थी. मेरी डॉल रात के वक्त अपनेआप हिलती डुलती थीं और मुझे अपने घर के डरावने बेसमेंट को लेकर बुरे सपने आते थे. मैं तब इन सबसे काफी डर गई थी. लेकिन जब मैं 18 साल की हुई तो ये अच्छा लगने लगा. इसलिए मैंने फैसला लिया कि मैं भूत ढूंढने का काम करूंगी और उसके बाद से भूतों के प्रति मेरी दिलचस्पी बढ़ती चली गई.'

अमांडा ने बताया कि उन्होंने भूतों से जुड़ी किताबें पढ़ीं और टीवी शो देखे. उन्होंने पहली बार उइजा बोर्ड इस्तेमाल किए जाने वाली घटना के बारे में भी बताया. अमांडा ने कहा कि मैं हाई स्कूल से निकली थी और दोस्त के नए अपार्टमेंट में रह रही थी. हमने इंटरनेट से देखकर उइजा बोर्ड का इस्तेमाल किया. तब अपने पास न फोन रखा, न बिजली का कोई उपकरण ऑन था और न ही लाइट जल रही थीं. हम केवल मोमबत्ती की रोशनी का इस्तेमाल कर रहे थे. एक बार जब इसे शुरू किया तो हमें तुरंत जवाब मिलने लगे. हमें 1800 के दशक के एक शख्स का भूत मिला.
अमांडा का कहना है कि कई लोग इन सबमें विश्वास नहीं करते हैं. अब चूंकी वो इसी काम को अपना करियर बना चुकी हैं इसलिए लोग उन्हें ट्रोल करते हैं. वो कहती हैं कि मैं लोगों पर कभी कुछ थोपती नहीं हूं. लेकिन भूतों को ढूंढने का काम करने से अपने जीवन को अधिक संतुष्टिपूर्ण तरीके से जीने में मदद मिलती है. वो उम्मीद करती हैं कि लोगों को भी विश्वास हो तो उन्हें भी ऐसी ही संतुष्टि मिलेगी.