
दुनिया में कई देशों की परंपराएं और रीति-रिवाज लोगों को अजीब लग सकते हैं, लेकिन वहां के लोगों के लिए वे बेहद खास होते हैं. ऐसा ही एक अनोखा फेस्टिवल है, जो मध्य अमेरिका के छोटे से देश एल सल्वाडोर के नजापा शहर में होता है. हर साल 31 अगस्त को खेला जाता है. इसे 'फायरबॉल फेस्टिवल' कहा जाता है. जहां दो टीमें एक-दूसरे पर जलते हुए आग के गोले फेंकती हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल हुईं तस्वीरें और वीडियो
सोशल मीडिया पर इस फेस्टिवल की कुछ तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिन्हें देखकर लोग हैरान हैं. ये तस्वीरें 31 अगस्त की रात की हैं. जब जलते हुए गोले आसमान में लहराते नजर आए. वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे चेहरे पर मास्क लगाए और खोपड़ी जैसे रंग किए हुए लोग इस खतरनाक खेल में भाग ले रहे हैं. पेट्रोल में भिगोए गए कपड़े के गोले जब अंधेरी रात को रोशन कर रहे थे, तब सड़कों पर खड़े हजारों दर्शक चीखते-चिल्लाते हुए इस खेल का आनंद उठा रहे थे.
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क्यों मनाया जाता है 'फायरबॉल फेस्टिवल'?
रॉयटर्स के रिपोर्ट के मुताबिक, ये फेस्टिवल 1658 में हुए एक भीषण ज्वालामुखी विस्फोट की याद में मनाया जाता है, जिसने नजापा के लोगों को अपना घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया था. यह 100 साल से भी पुरानी परंपरा है, जिसमें दर्जनों युवा दो समूहों में बंटकर जलते हुए गोले एक-दूसरे पर फेंकते हैं.
तस्वीरें देखिए और खुद जानिए कैसे खेला जाता है नजापा का 'आग का खेल'

आग का रोमांच और विरासत का जश्न
नजापा का 'फायरबॉल फेस्टिवल' दुनिया के सबसे खतरनाक और अजीबोगरीब फेस्टिवल में शुमार है. यहां की सड़कों पर जमा भीड़ इस खेल को जंग और आतिशबाजी के मेल जैसा मानती है. यह न सिर्फ रोमांच से भरा खेल है, बल्कि यहां के लोगों के लिए अपनी विरासत और संस्कृति को मनाने का तरीका भी है. अगर एडवेंचर का असली मजा लेना चाहते हैं, तो इस खतरनाक फेस्टिवल को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल करें.