दुनिया में कई लोग दावा करते हैं कि वे आध्यात्म या दिव्य शक्ति की मदद से दूसरों का दिमाग आराम से पढ़ सकते हैं. अब इसमें कितनी सच्चाई है ये तो नहीं कहा जा सकता लेकिन अगर टेक्नोलॉजी ऐसा कुछ करने लगे तब तो इसे नहीं नकारा जा सकता.
ब्रेन वेव्स को ट्रांसलेट करता है हेलमेट
साल 2023 की शुरुआत से ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पॉपुलर हो रहा है. इसके नए-नए रूप सामने आ रहे हैं. कुछ माह पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से दिमाग को पढ़ लेने के तरीका भी इजाद किया गया है. लेकिन अब इसे और अधिक एडवांस रूप दिया गया है. दरअसल, यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, सिड्नी के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा हेलमेट तैयार कर लिया है जो दिमाग में चल रहे विचारों को पढ़कर ब्रेन वेव्स को ट्रांसलेट करता है
40 से 60 प्रतिशत तक एक्यूरेसी
29 लोगों पर इस नई डिवाइस का परीक्षण किया गया था. उन्हें सेंसर वाला हेलमेट पहनाया गया था. फिर उन्हें मन में कुछ भी पढ़ने के लिए कहा गया. इस दौरान एआई सेंसर उनके दिमाग की एक्टिविटी की निगरानी करता रहा. एआई द्वारा मस्तिष्क तरंगों को टेक्सट में ट्रांसलेट किया गया और नतीजों में 40 से 60 प्रतिशत तक एक्यूरेसी थी.
इसके अलावा एक प्रतिभागी को कहा गया कि मन में पढ़ो- 'Good afternoon! I hope you're doing well. I'll start with a cappuccino, please, with an extra shot of espresso.' शख्स ने ऐसा ही किया और इसके बाद एआई ने उसकी ब्रेन वेव्स को इस तरह ट्रांसलेट किया- 'Afternoon! You well? Cappuccino, Xtra shot. Espresso.'
किया गया डिस्क्रीट एन्कोडिंग तकनीकों का यूज
यहां DeWave नामक AI मॉडल की बदौलत AI इलेक्ट्रोएन्सेफलोग्राम (EEG) रिकॉर्डिंग को टेक्स्ट में ट्रांसलेट किया गया. ये ChatGPT सहित अन्य AI प्रोग्राम्स का उपयोग करता है. यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी सिडनी के चिन-टेंग लिन ने बताया- यह शोध रॉ ईईजी वेव्स को सीधे भाषा में ट्रांसलेट करने में परफेक्ट है. ये इस क्षेत्र में एक बड़ी सफलता है. यह न्यूट्रल डिकोडिंग के इनोवेटिव अप्रोच के साथ ब्रेन टू टेक्स्ट ट्रांसलेशन में डिस्क्रीट एन्कोडिंग तकनीकों का यूज करने वाला अपने आप में पहला है.
बता दें कि इसी साल मई में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास ने एक AI मॉडल डेवलप किया था, जो इंसानों के विचारों को पढ़ सकता है. इस AI सिस्मट को Semantic Decoder कहा गया है. लेकिन ये हेलमेट तकनीक नई और बेहतर है.