देशभर में कल दशहरे का जश्न मनाया गया था. शाम ढलते ही देश के कोने-कोने में रावण के पुतलों का दहन होने लगा. कई जगहों पर शाम से पहले ही बारिश ने दस्तक दे दी और मैदान में खड़े रावण के पुतले भीग-भीगकर दुखी सी हालत में दिखे. कुछ पुतले तो बारिश में इतने परेशान हुए कि सीधे जमीन पर गिर गए.
बारिश मं भीग रहे रावण के वीडियोज वायरल
सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनमें रावण का पुतला बारिश में भीगा, टूटा और मुरझाया हुआ नजर आ रहा है. बारिश के कारण कई जगहों पर रावण के पुतले जलाने में काफी परेशानी हुई. वीडियो शेयर कर लोग कह रहे हैं कि इस बार रावण का दहन नहीं विसर्जन हुआ है. वीडियो शेयर कर लोगों ने यह तक कहा कि यह साल तो रावण का भी अच्छा नहीं गया. इसके अलावा, जो लोग सड़क पर रावण का पुतला बनाकर बेच रहे थे, उनका भी काफी नुकसान हुआ. सड़क पर मौजूद सारे रावण भीग चुके थे.
वायरल वीडियोज पर लोगों के कमेंट्स
सोशल मीडिया वायरल वीडियोज पर लोग लगातार कमेंट कर रहे हैं. एक यूजर ने कहा इस बार रावण को डूबकर मरना था. दूसरे ने लिखा, "जिन्दगी भर याद रहने वाला दशहरा." एक अन्य शख्स ने लिखा, "इस बार रावण का जलने का मूड नहीं था." इसी तरह ढेरों वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं. कई यूजर्स ने लिखा कि अगले साल वाटरप्रूफिंग करके रावण तैयार करेंगे. एक अन्य यूजर ने कमेंट किया, "आज तो रावण का विसर्जन हो गया." एक और यूजर ने लिखा, "इस बार रावण को नहलाकर मारा जाएगा." एक और अन्य शख्स ने लिखा, "ये तो ईकोफ्रेंडली दशहरा हो गया." एक और यूजर ने लिखा, "इस साल रावण का कमबैक हो गया है."
नोएडा, दिल्ली से लेकर पटना में बारिश
नोएडा, दिल्ली, पटना और यूपी के जौनपुर समेत कई शहरों में झमाझम बारिश हुई. बरसात की वजह से कई आयोजनों में देरी हुई और कुछ जगहों पर रावण दहन कार्यक्रम रद्द या स्थगित कर दिए गए. कोटा में इस साल दुनिया का सबसे ऊंचा रावण बनाया गया, लेकिन उसे जलाने में काफी परेशानी हुई. इसके अलावा, राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में रावण बारिश की वजह से भीग चुका था, जैसे-तैसे करके रावण दहन किया गया.
नोएडा के सेक्टर-21ए स्थित नोएडा स्टेडियम, सेक्टर-62 डी पार्क, सेक्टर-46 पार्क में खड़े रावण के पुतलों को जलाने में घंटों देरी हुई. रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले पूरी तरह भीग गए. ग्राउंड में जगह-जगह पानी भर गया और कीचड़ जैसे हालात पैदा हो गए. बारिश की वजह से रावण भीग चुका था. इसके बाद मिट्टी का तेल आदि जुगाड़ से रावण दहन किया गया. वहीं, मेरठ में लगे रावण का ऐसा हाल हुआ कि उसका चेहरा ही टूटकर नीचे गिर गया.