धूम्रपान निषेध संबंधी चेतावनियों और स्लोगन के बावजूद सार्वजनिक जगहों पर टॉयलेट में लोग स्मोकिंग करने से बाज नहीं आते हैं. इन जगहों पर कोई तकनीकी सर्विलांस सिस्टम जैसे की सीसीटीवी कैमरा भी नहीं लगाया जा सकता है, क्योंकि इससे लोगों की निजता का हनन होने जैसी समस्या होती है. ऐसे में इस समस्या से निपटने के लिए चीन के एक मॉल में अनोखा सिस्टम अपनाया गया है.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण चीन के एक शॉपिंग सेंटर ने पुरुषों के शौचालय के दरवाजों पर विशेष प्रकार का कांच लगाया है जो अंदर धूम्रपान करने पर पारदर्शी हो जाता है, और इसे ऑनलाइन खूब सराहना मिल रही है.
कई शॉपिंग मॉल और दुकानों के टॉयलेट में लगा है ये सिस्टम
गुआंगडोंग प्रांत के दो आभूषण शॉपिंग मॉल, शेन्ज़ेन के शुइबेई इंटरनेशनल सेंटर और शुइबेई जिन्ज़ुओ बिल्डिंग में स्थित बाथरूमों से संबंधित घटना 16 दिसंबर को सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही थी. इस ग्लास में एक विशेष तकनीक का उपयोग किया गया है जो सामान्य रूप से अपारदर्शी होता है और धुआं का पता चलने के कुछ ही सेकंड बाद बिजली काट देता है, जिससे ग्लास पारदर्शी हो जाता है.
टॉयलेट के दरवाजे पर लिखी होती है ऐसी चेतावनी
शॉपिंग सेंटर यह सुनिश्चित करते हैं कि बाथरूम इस्तेमाल करने वालों को इसकी कार्यप्रणाली के बारे में पता हो. इसके लिए दरवाजे पर एक नोटिस लगाया जाता है जिसमें लिखा होता है- धूम्रपान करने पर शीशा पारदर्शी हो जाएगा. अगर आप ऑनलाइन मशहूर नहीं होना चाहते तो धूम्रपान करने की इच्छा को रोकें.
शेन्ज़ेन चीन का एक ऐसा शहर है जहां सार्वजनिक स्थानों के अंदर धूम्रपान करना सख्त वर्जित है. शॉपिंग सेंटर भी धूम्रपान रहित भवन हैं. कुछ लोगों ने इस तकनीक को राष्ट्रव्यापी स्तर पर बढ़ावा देने की भी मांग की. कुछ लोगों ने आशंका व्यक्त की कि पारदर्शी कांच निजता का उल्लंघन कर सकता है.
दुकानों के टॉयलेट में स्मोकिंग करने की मिलती हैं कई शिकायतें
जिन्ज़ुओ शॉपिंग सेंटर के एक कर्मचारी, जिनका उपनाम झाओ है, ने शेन्ज़ेन टीवी को बताया कि उन्होंने अगस्त में कांच की खिड़कियों का परीक्षण शुरू किया था और उन्हें दुकान मालिकों और खरीदारों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है.इससे पहले, शॉपिंग सेंटरों को ग्राहकों से बाथरूम में धूम्रपान करने के बारे में कई शिकायतें मिली थीं.
सिस्टम को और ज्यादा किया जा रहा अपडेट
उन्होंने कहा कि निजता के संभावित उल्लंघन को रोकने के लिए, वे स्मोक सेंसर को कैलिब्रेट करेंगे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह केवल धुएं से ही सक्रिय हो. वे शीशे के पास एक रीसेट बटन भी लगाएंगे ताकि गलती से सेंसर चालू हो जाने पर उसे रीसेट किया जा सके.इस तकनीक की लागत का खुलासा नहीं किया गया.