भारतीय मूल के विवादास्पद लेखक सलमान रशदी ने एमनेस्टी इंटरनेशनल पर ब्रिटेन से एक पूर्व आतंकी संदिग्ध के साथ काम करने को लेकर ‘‘नैतिक रूप से दीवालिया’’ होने का आरोप लगाया है.
रशदी ने कहा है कि एमनेस्टी इंटरनेशनल ने गुआंतानामो बे के पूर्व बंदी कोआज्जम बेग के साथ गठजोड़ करके अपनी प्रतिष्ठा को ‘‘अपूर्णीय क्षति’’ पहुंचायी है. गौरतलब है कि अपने उपन्यास सैटेनिक वर्सेज को लेकर ईरानी सरकार द्वारा उनके खिलाफ फतवा जारी किए जाने के बाद एमनेस्टी ने उनके पक्ष में आवाज उठायी थी.
एमनेस्टी यूके के निदेशक केट ऐलेन ने कहा कि उन्होंने आलोचना को‘‘गंभीरता’’ से लिया है लेकिन वह मानवाधिकारों के ‘‘वैश्विक सम्मान’’ के लिए आवाज उठाना जारी रखेंगे .