सुशील शिंदे आदर्श हाउसिंग सोसायटी घोटाले में सोमवार को आदर्श कमीशन के समक्ष हाजिर हुए.
शिंदे वर्ष 2001 से 2003 के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे और उसी दौरान आदर्श सोसायटी को भूमि आवंटित किए जाने संबंधी कई फाइलों को उन्होंने मंजूरी दी थी. आदर्श हाउसिंग सोसायटी घोटाले की जांच कर रहे दो सदस्यीय आदर्श आयोग ने 23 जून को शिंदे को नोटिस जारी कर आयोग के समक्ष बतौर गवाह पेश होने के लिए कहा था.
पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख तथा अशोक चव्हाण के बतौर गवाह 27 जून और 30 जून को आयोग के समक्ष हाजिर होने का कार्यक्रम है. इससे पूर्व आदित्य पाटिल ने शनिवार को आयोग के समक्ष गवाही दी थी. उसने आयोग को बताया कि वह कैबिनेट मंत्री जयंत पाटिल का भतीजा है.
उसने आयोग को बताया कि पूर्व पार्षद तथा आरोपी कन्हैया लाल गिडवाणी ने सोसायटी में फ्लैट दिलाने में उसकी मदद की थी. 32 मंजिला आदर्श हाउसिंग सोसायटी में अपार्टमेंट के आवंटन तथा निर्माण में कथित रूप से अनियमितताओं के आरोप लगे हैं. मूल रूप से यह सोसायटी दक्षिण मुंबई के कोलाबा में कारगिल युद्ध के नायकों के लिए बनायी गई थी.
बांबे उच्च न्यायालय इस मामले की सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय तथा आयकर विभाग द्वारा की जा रही जांच की निगरानी कर रहा है.